शिवपुरी। शिवपुरी जिला सूखे की कगार पर खडा हो गया था नेताओ ने सीएम को चिठ्ठी लिखना शुरू कर दी थी कि शिवुपरी जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए ओर किसानो को सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिया जाए। नेतओ की सीएम शिवराज सिंह ने तो नही सुनी लेकिन मौसम ने अवश्य सुन ली और जिले में लगातार बारिश का दौर शुरू हो गया जो आगे भी जारी रहेगा।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पदस्थ भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तरी मध्यप्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश से ट्रफ लाइन गुजर रही है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव है। इस वजह से प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हुई। अगले 2 से 3 दिन तक तेज बारिश में थोड़ी कमी आएगी। 13 और 14 सितंबर को बंगाल की खाड़ी से लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो गयाइससे 15 से 21 सितंबर तक बारिश होने का अनुमान है।
मौसम केंद्र भोपाल की ओर से जारी किसान मौसम बुलेटिन के अनुसार जबलपुर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों में, एवं ग्वालियर जिले में अनेक स्थानों पर बारिश होगी। शिवुपरी जिले के उपर से ट्रफ लाइन गुजर रही हैं। यह मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, जमशेदपुर होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर गुजर रही है।
क्या होती है ट्रफ लाइन
ठंडी और गर्म हवा की बातें होती हैं तो एक काम दबाव का क्षेत्र बनता है, उस सिस्टम से हीरे वाली छड़ी को द्रोणिका (ट्रफ लाइन) कहा जाता है। इसमें मौसम में अचानक बदलाव और तेजी से बारिश होती है। सीधे और सरल भाषा में कहे तो आसमान में बादलो की सीधी लाइन बनती है शिवपुरी के आसमान से बादलो को पानी की माल गाडी गुजर रही है वह कितना भी और कही भी पानी बर्षा सकती है।
यह है शिवपुरी जिले में बारिश की स्थिति
शिवपुरी जिले की औसत सामान्य बारिश 816.3 मिमी है। इस वर्ष अभी तक पिछोर में 834 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि शिवपुरी में 812.90 मिमी वर्षा हो चुकी है। पिछोर में औसत सामान्य का आंकड़ा पार होने के बाद भी वहां के तालाब खाली हैं, जबकि पोहरी में बारिश अभी तक 693 मिमी बारिश हुई है, लेकिन यहां के दोनों बड़े तालाब न केवल फुल हो गए, बल्कि उनकी छरार भी चल गई। बताया गया है कि पचीपुरा व छर्च तालाब के आसपास कैचमेंट एरिया अधिक बड़ा है, जिससे पहाड़ियों से आने वाले पानी से यह फुल हो गए।
मडीखेडा डेम अभी भी प्यासा
सिंध नदी पर बने मड़ीखेड़ा डैम का फुल लेवल 346.25 मीटर है, लेकिन वर्तमान में इसका लेवल 339.05 मीटर है। जबकि इस बार हुई बारिश में डैम का लेवल 339.60 मीटर तक पहुंच गया था। मड़ीखेड़ा डैम से मोहिनी पिकअप डैम में पानी देने के बाद वहां से नहरों के माध्यम से पानी सिंचाई के लिए दिया जाता है। मोहिनी से डिमांड आने की वजह से डैम से वहां पानी दिया गया तो लेवल 55 सेमी घट गया। डैम के केचमेंट में अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई है।
जिले के 2 तालाब हुए है फुल
शिवपुरी जिले में जल संसाधन विभाग के 54 छोटे-बड़े तालाब हैं। इनमें से चार तालाब मध्यम हैं, जबकि 50 तालाब लघु हैं। इनमें से चारों मध्यम तालाब अभी खाली हैं, जबकि पचीपुरा तालाब का फुल लेवल 497.7 मीटर की पार को पानी पार कर गया तथा छर्च तालाब की गहराई के 57.91 मीटर के लेवल के ऊपर से पानी दूसरी ओर बह गया। कोलारस एवं बदरवास में मध्यम तालाब हैं, लेकिन वे अभी खाली हैं।
इनका कहना है
हमारे दो तालाब पचीपुरा व छर्च पूरे भर चुके हैं, जबकि शेष तालाबों में अभी पानी की बहुत जरूरत है। चारों मध्यम तालाब भी हमारे खाली हैं तथा लघु तालाबों वाले एरिया में भी अच्छी बारिश का इंतजार है।
डीएम धानुक, मानचित्रकार जल संसाधन विभाग