SHIVPURI में सतरंगी मिठाइयों में सज गया बाजार मे सात रंग का जहर-शहर से गायब खाद्य विभाग

Bhopal Samachar
ललित मुदगल एक्सरे शिवपुरी। रक्षा बंधन का त्यौहार है इस कारण शिवपुरी में सतरंगी मिठाईयो के शो रूम सज चुके है। शहर में छोटी बड़ी मिलाकर लगभग एक सैकड़ा दुकान मिठाइयों की लगी है,गौर करने लायक यह बात है कि महंगाई के इस दौर में मिठाइयों की रेट 120 रूपए से शुरू है,इस सब में खास बात यह है कि इस बार मिठाईया हलवाईयो ने नहीं बनाई बल्कि शिवपुरी में चल रही एक अघोषित फैक्ट्री से यह मिठाईयो हलवाईयो ने खरीदी है

इसमें शहर के छोटे बडे दुकानदार से लेकर फाइव स्टार मिठाई वाले है। आज शहर मे टेंट लगाकर बडे बडे प्रचार करा कर दुकानदार मिठाई बेच रहे है लेकिन आज खाद्य विभाग की टीम शहर में नहीं निकली किसी भी छोटी बड़ी दुकान से खाद्य विभाग ने सैंपल नहीं लिए है कुल मिलाकर सीधे लिखे लिफाफा सेट,विभाग भी पूरा ईमानदारी से इस रक्षाबंधन पर जहर बेचने वाले दुकानदारों की रक्षा करने में लगा है।

बाजार में नई नई प्रकार की मिठाई बेची जा रही है। अभी तक आपने स्वाद के विभिन्न रंग सुने होंगे,लेकिन अब सतरंगी मिठाई बाजार में आ चुकी है बिकने के लिए,लेकिन गौर करे इन सतरंगी मिठाइयों को बनाने के लिए घातक और खतरनाक केमिकल का उपयोग किया जा रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलर फुल चाशनी वाली मिठाइयों में सोडियम हाइड्रो सल्फाइड नामक केमिकल का उपयोग किया गया है जो चाशनी को पारदर्शी और खोआ को सफेद दिखाने के लिए इस्तेमाल होता है। यह केमिकल मिठाई को खराब होने से बचाता है और दुर्गध आने से भी रोकता है।

शरीर पर असर: लीवर व किडनी से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।

प्रतिबंधित रंग सूडान दो व तीन: मिठाई को आकर्षक रंग देने के लिये मिलाया जाता है। इस पर सरकार रोक लगा चुकी है।

शरीर पर असर: लीवर व नर्वस सिस्टम पर घातक दुष्प्रभाव डालता है। अधिक प्रयोग करने से कैंसर तक का खतरा रहता है।

मेटानिल येलो और टारट्राजाइन: मिठाई को पीला करने के लिये इसे मिलाया जाता है। इसे डालने से मिठाई चमकदार पीले रंग की नजर आती है।

शरीर पर असर: मेटानिल येलो और टारट्राजाइन के अत्यधिक या नियमित सेवन से किडनी फेल होने का खतरा होता है।

अल्यूमीनियम वर्क: मिठाई पर चांदी के वर्क की जगह मोटा मुनाफे के लिये अल्यूमीनियम वर्क लगाया जाता है। यह देखने में बिलकुल चांदी के वर्क जैसा ही दिखता है।

शरीर पर असर: लीवर व किडनी पर घातक दुष्प्रभाव, कैंसर का भी खतरा होता है।

नकली खोआ: मिल्क पाउडर, यूरिया, वॉशिंग पाउडर और आरारोट मिलाकर नकली दानेदार खोआ तैयार होता है। यह देखने में बिलकुल सफेद असली खोआ जैसा दिखता है।

शरीर पर असर: किडनी, नर्वस सिस्टम, लीवर पर घातक दुष्प्रभाव, कैंसर का खतरा होता है।

कुल मिलाकर सतरंगी मिठाइयों में सत तरह का जहर रूपी मिलावट कर केमिकल परोसे जा रहे है,आप और हम सुदंर से काउंटर में रखे इस जहर को उंचे दामो में खरीद रहे है। बीते रोज राखी का त्यौहार है मिठाइयां घर घर में पहुंचने वाली है। अब विभाग की बात करे तो खाद्य विभाग को आज शहर के दुकानदारों के मिठाइयों की जांच करनी थी। कलर वाली मिठाइयां खाद्य विभाग के नियमों के मानक में है या नही,कलर फुल मिठाइयों का कलर कितना प्रयोग किया है केमिकल है या खादय का कलर जांच करनी थी। कैसे इतनी महंगाई में 120 रुपए किलो में मिठाइयों बाजार में बिक रही है जांच का विषय था।

सूत्रों का कहना है कि शहर में जैसे पानी के बताशे (टिक्की) बिहारी लोग टिकिया लगाने वाले ठेले वालों को बेच रहे है ऐसे ही शहर में एक अघोषित मिठाई की फैक्ट्री से यह सतरगी स्पेशल सी दिखने वाली मिठाई आई है थोक के दाम कौड़ियो के भाव है और इन्है 400 रूपए किलो से अधिक रेट में बेचा रहा है।

इसलिए इस बार बहने अपने भाईयो को बेसन से बनी मिठाइयों का खिलाएं,भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते है लेकिन बहने भी इस बार बाजार में बिकने आए सात रंग के जहर से अपने भाईयो की रक्षा कर। बेसन की बनी मिठाइयां जैसे बेसन की बर्फी-मिठाई का राजा कलाकंद,सोन पापड़ी और पेठा से अपने भाईयो का प्रेम से मुंह मीठा करे।

अब अंत में खाद्य विभाग के लिए दो शब्द:खाद्य विभाग शहर की बडी और छोटी दुकानों के मिठाइयों के सैंपल अवश्य ले-ऐसा नहीं करें कि एक सैंपल बडौदी से भरे,एक सैंपल करौंदी से किसी झोपडी से भर लाए। पूरी ईमानदारी से शहर के मध्य से यह कार्रवाई शुरू करे।

इनका कहना है
इस मामले में फूड सैफ्टी आफिसर ही सैंपल लेते है खाद्य विभाग को सैंपल लेने का अधिकार नहीं है।
गौरव कदम,डीएसओ शिवपुरी