SHIVPURI NEWS- रेंजर कृतिका शुक्ला के वनक्षेत्र में लगातार हो रही है कटाई, पब्लिक अब शिवपुरी आने लगी है

Bhopal Samachar
शिवपुरी। अर्थ अर्थात पृथ्वी पर मानव जीवन इसलिए संभव है कि पृथ्वी पर पेड़ पौधे है। वन क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार के द्वारा वन विभाग को अस्तित्व में लाया गया था। इस विभाग का परम कर्तव्य है कि वह जंगलों की रक्षा करे,चोरी छुपे भी पेड़ों को कटने रोके,जमीन स्तर कर्मचारी से लेकर अधिकारियों की पूरी फौज है,हर जिले के लिए करोड़ों का बजट है,इसके बावजूद जंगल कटने से नही रोके जा रहे है। कोलारस वन क्षेत्र के जंगल में रहने वाला आदिवासी समाज के एक सैकड़ा लोग जंगल की कटाई के विरोध में शिवपुरी आए थे।

कोलारस वन विभाग के ग्राम खजूरी रामपुरा थाना तेंदुआ के रहने वाले आदिवासियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम कुदौनिया गणेश एवं देहरौद के धाकड व रावत समाज के लोगों ने बाहर से भीलों को लाये है। जो की रात के समय सरकारी जमीन पर खड़े पेडों की कटाई करते है।

जिससे गांव के दबंग उस पर आगे खेती कर सकें। यह लोग गांव के दबंग लोगों के यहा निवास करते है। वह लोग ही इन लोगो को बाहर से लाये है। जब आदिवासी लोगों ने उन्हें रोका तो ग्राम कुदौनिया गणेश के निवासी उदयराज धाकड, प्रदीप धाकड, अतर सिंह धाकड़ एवं ग्राम देहरौद के निवासी रामभरत धाकड़ हल्के रावत, जितेंद्र रावत प्रमोद रावत आदि लोगों ने उनके साथ मारपीट करदी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस मौके पर तो पहुंच लेकिन ने आरोपियों के लिखफ कोई कार्यवाही नहीं की है।

यह भी आया था मामला सामने

शिवपुरी जिले के कोलारस वन विभाग के कोटा नाका पंचायत का में एक विशेष समाज के लोगों के द्वारा हजारों पेडों की कटाई की जा रही है। साथ ही वन विभाग की जमीन को खेती करने योग्य बनाया जा रहा हैं इससे प्रशासन बेखबर नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग आदिवासियों के द्वारा जंगल को कटवा रहा है। जंगल की हजारों बीघा जमीन को समतल किया जा रहा है। इसकी शिकायत डीएफओ तक की गई है। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ वन विभाग वाले आते हैं और चले जाते है। इसलिए इन पेंडे की कटाई के बारे में वन विभाग बखूबी जानता है।

19 अगस्त का यह मामला आया था सामने

आपको बतादे की 19 अगस्त को भी कोलारस के ग्राम मोराई चक्क भैडारी का एक मामला सामने आया था लक्ष्मण जाटव ने बताया कि वह पिछले 10 साल से वन विभाग की जमीन को कर रहा था उसने बताया की इस जमीन के मामले को लेकर में 10 वर्ष पहले वन मंत्री तक गया था इसके बाद उन्होंने मुझे लिखकर दिया था तब से में इस जमीन पर खेती कर रहा हूॅ। लेकिन गांव के रहने वाले भरत यादव परमाल यादव वन विभाग से मिल कर मेरी जमीन को हड़पने की कोशिश की गई थी वन विभाग ने मेरे परिवार के साथ मारपीट भी की थी जिससे मेरे परिवार के लोग गंभीर घायल हो गए।

प्लांटेशन पर मजदूरो में धांधली का आरोप

कोलारस वन विभाग में कुछ महीनों पहले एक मामला भी सामने आया था मामला यह था कि कोलारस वन विभाग में सरकारी योजना के माध्यम से प्लांटेशन में पेड़ पौधे लगाए गए थे जिसकी बाउंड्री बॉल मजदूरों के द्वारा की जा रही थी लेकिन कोलारस रेंज कृतिका शुक्ला पर आरोप लगे थे कि स्थानीय मजदूरों पर काम न कराते हुए इस काम के लिए राजस्थान से कम रेट पर मजदूर लाने गए है। जिसमे रेंजर कृतिका शुक्ला ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि ऐसी बात नहीं हैं। राजस्थान से मजदूर लाने की बात झूठी है। और मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित रेट के आधार पर ही मजदूरी उनके खाते में दी जा रही है।

कुल मिलाकर लगातार पब्लिक भी इन अवैध जंगलों की कटाई के विरोध में शिवपुरी तक अधिकारियों के पास आने लगी है,लेकिन कोलारस क्षेत्र में लगातार कटाई के मामले सामने आ रहे है।