संजीव जाट @ बदरवास। मप्र का सबसे बदनाम टोल प्लाजा का काला सच बहार आ गया है। प्रतिदिन लाख रुपए से अधिक वसूली का काला खेल इलेक्ट्रॉनिक कांटों से बहार आ गया है। टोल कर्मियों ने अवैध वसूली को लेकर अपने कांटो में गडबडी कर रखी थी जिससे अंडरवेट ट्रक भी ओवरलोड बताता था,फिर प्लाजा कर्मी उससे रुपए लूटने का काला कारोबार करते थे। प्रशासन ने टोल प्लाजा पर छापामार कार्रवाई एक शिकायत के बाद की ओर इलेक्ट्रॉनिक कांटे को जब्त करते हुए मामला दर्ज कर लिया है।
ऐसे समझें पूरा मामला
ट्रक ड्राइवर जफर अली ने एसडीएम कोलारस को शिकायत के माध्यम से बताया था कि वो अपने ट्रक में मशीनरी लोड करके महाराष्ट्र बॉर्डर चेकपोस्ट नेटवर्क लिमिटेड पर 6 अगस्त की शाम 5.41 बजे इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर वाहन का वजन कराया, जो 42780 किलोग्राम आया। वहां से वाहन लेकर जब 7 अगस्त को पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो वाहन का वजन 47775 किग्रा आया। इसी टोल प्लाजा की लेन नंबर-9 पर जब जफर ने अपना ट्रक ले जाकर खड़ा किया तो यहां इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे ने 49150 किग्रा वजन बताया।
यानि महाराष्ट्र से शिवपुरी के पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर हुए वजन में 5890 किग्रा का अंतर आया। चौंकाने वाली बात यह है कि पूरनखेड़ी टोल प्लाजा की दो लाइनों में ही वाहन के वजन में 1375 किग्रा का अंतर आया है।
अंडरवेट को बताया ओवरवेट
ट्रक ड्राइवर जफर अली ने बताया कि जब मैं महाराष्ट्र से वाहन लेकर चला था वो एनएचएआई द्वारा तय किए वजन के अनुसार अंडरवेट थी, लेकिन पूरनखेड़ी टोल पर इलेक्ट्रॉनिक कांटे में गड़बड़ी करके अंडरवेट वाहन को ओवरवेट बनाकर अधिक राशि वसूलने का खेल खेला जा रहा है। चूंकि अधिकांश ट्रक चालक इस बात पर उतना ध्यान नहीं देते, लेकिन जफर अली ने वजन की पर्चियां संभालकर रखीं और उसके आधार पर खुलासा करवा दिया।
रात में लुकवासा चौकी पहुंचे एसडीएम
ट्रक ड्राइवर जफर अली के शिकायती आवेदन पर कोलारस एसडीएम मोतीलाल अहिरवार ने लुकवासा पुलिस चौकी को पहले मामले की जांच के निर्देश दिए, और फिर शाम को तहसीलदार के साथ चौकी पहुंच गए। यहां पर उन्होंने नापतौल विभाग से संपर्क कर उन्हें भी रात में ही बुलवा लिया। लुकवासा चौकी पुलिस को साथ लेकर यह अधिकारी पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर रात में ही पहुंचे।
रात 2 बजे उतरवाई टोल प्लाजा की डिस्प्ले
अधिकारियों ने पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर पहुंचकर जब वहां लगी मशीनरियों की जांच एक्सपर्ट से करवाई तो उसमें गड़बड़ी सामने आई। जिसके चलते यह तय हो गया कि टोल प्लाजा की अलग-अलग लेन में लगे इलेक्ट्रॉनिक कांटों के वजन में अंतर है। रात 2 बजे वेट आदि दिखाने वाले डिस्प्ले बोर्ड उतरवा कर जब्त कर लिए गए।
मामला दर्ज कर जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा
नापतौल विभाग शिवपुरी ने पूरनखेड़ी टोल प्लाजा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेज दिया। जांच प्रतिवेदन में उल्लेख किया है कि टोल प्लाजा पर इमोशन वेब्रिज एवं स्टैटिक रोड वेब्रिज की जांच करने पर दोनों के वजन में अंतर पाए जाने पर पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर स्थापित धर्म कांटे को जब्त कर प्रकरण दर्ज कर लिया।
टोल-प्लाजा पर होते रहे हैं विवाद
महाराष्ट्र के 2 परिवार कश्मीर, अमृतसर, लद्दाख, बाघा बार्डर घूमकर अपने घर वापस जा रहे थे। फास्टैग स्कैन न कटने के चलते नकद पैसों की मांग पूरी न होने पर टोलकर्मियों ने युवतियों तक की मारपीट कर दी थी। इस घटना में दो युवतियों को चोट आई थी। इस टोल पर महीने में दो से तीन बार टोलकर्मियों की दादागिरी व मारपीट की घटनाएं सामने आती रहती हैं।
बोले एसडीएम: जांच में टोल की गलती निकली
मेरे पास लगातार शिकायतें आ रहीं थीं। मैने अपने वाहन से जाकर निरीक्षण किया तो जो शिकायत मिल रही थी वह सत्य पाई गई। ट्रकों के ड्राइवरों से विवाद चल रहा था। पड़ताल की तो गलती टोल प्रबंधन की पाई गई।
मोतीलाल अहिरबार, एसडीएम कोलारस
इंजीनियरों से कराएंगे जांच: चतुर्वेदी
टोल प्लाजा की लेन में स्थित धर्मकांटे में तौल करवाने पर अंतर आया था। हमने प्रकरण दर्ज करके जांच प्रतिवेदन जिलाधीश को भेज दिया। साथ ही हम धर्मकांटा की जांच के लिए इंजीनियरों की टीम भी बुलवाई है।
राजेश चतुर्वेदी, नापतौल अधिकारी शिवपुरी
फैक्ट फाईल
हर दिन गुजरते हैं वाहन: 5 हजार
ओवरलोड ट्रक निकालते हैं: 450
सवाल यह भी बनता है
अगर इन आंकड़ों की बात करे तो प्रतिदिन टोल प्लाजा पर लाख रुपए की अवैध वसली सालो से चलती आ रही है। अब बड़ा सवाल यह उठता है कि धर्मकांटे में गडबडी का केस नापतौल विभाग तो दर्ज करेगा-लेकिन अवैध वसूली का मामला कहां दर्ज होगा और इस वसूली की रिकवरी कैसे होगी जो लोगों को डरा कर की जाती थी।