दिनारा। स्कूल खुलते ही मैजिक, ऑटो मारुति वैन चालकों की मनमानी शुरू हो गई है। आलम ये है कि इनमें रोजाना क्षमता से ज्यादा बच्चों को बैठाया जा रहा है। उससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है।
ये वाहन सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। इनमें रोजाना क्षमता से अधिक व ऑटो चालक घरों से बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए बैठा कर जल्दी पहुंचने के फेर में तेज रफ्तार में चलाते हैं। बच्चों को चौराहों पर छोड़ने व लेने का समय अभिभावकों के पास नहीं होने से तय करके बच्चों को स्कूल भेजते हैं।
हो चुकी हैं घटनाएं फिर भी नहीं ले रहे सबक
ऐसा नहीं है कि स्कूली वाहनों के पलटने के मामले सामने न आए हों, पूर्व में कई मामले सामने आने के बाद भी इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। मैजिक व ऑटो घरों तक बच्चों को छोड़ देते हैं, इसलिए अधिकांश लोग मैजिक वाहन व ऑटो की सुविधा को अधिक पसंद करते हैं। ऐसे में कस्बे के अलग-अलग स्कूलों में 70 प्रतिशत बच्चे मैजिक व ऑटो मारुति वैन से आना-जाना करते हैं।
दिनारा में नहीं हुई आज तक आरटीओ चेकिंग
काफी समय से बच्चों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है आज तक आईटीओ विभाग ने कोई भी कार्यवाही दिनारा में नहीं कि जिस कारण आपने म्यूजिक मारुति वैन खुलेआम नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं।