SHIVPURI NEWS- शिक्षा विभाग को बदनाम करने वाली खबर को ठग ने बनाया अपना ​हथियार, शिक्षक से वसूली का प्रयास

Bhopal Samachar
शिवपुरी। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी वर्तमान में स्कूलों का निरीक्षण कर रहे है। इससे स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधरेगा और गैर हाजिर शिक्षकों भी इस परीक्षण से प्रतिदिन स्कूल जाएगा,वही इस परीक्षण में स्कूल से गोल मिलने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाती है। इस में निरीक्षण स्कूल शिक्षा विभाग के पीआरओ इस निरीक्षण का प्रेस नोट जारी करते है।

इस प्रेस नोट में शिक्षकों के नाम प्रकाशित करने के लिए आते है जो शिक्षक स्कूल से गायब मिले। यह खबर प्रतिदिन खबर में प्रकाशित होती है,इसी बात का फायदा ठग ने उठाया है। इस मामले में चर्चा करने से पहले आप यह खबर को पढ़िए

शिवपुरी में चौकाने वाला मामला शिवपुरी में सामने आया है जहां एक साइबर ठग ने खुद को शिवपुरी जिला शिक्षा अधिकारी का पीए बताकर पिछले दिनों डीपीसी के निरीक्षण में गैरहाजिर मिले एकीकृत माध्यमिक विद्यालय करसेना के शिक्षक राकेश गौतम को कार्यवाही का डर दिखाकर ऑनलाइन रुपए ऐंठने का प्रयास किया।

हालांकि ठग के बातचीत के लहजे से शिक्षक को शक हुआ और वह ठग की बातों में नहीं आया, लेकिन इस मामले ने विभागीय अधिकारियों की भी चिंता बढ़ा दी है। मामला संज्ञान में आते ही डीईओ समर सिंह राठौड़ तत्काल हरकत में आए और संबंधित शिक्षक का आवेदन व बयान लेकर डीईओ कार्यालय के नाम पर कथित पीए बताकर कॉल करने वाले अज्ञात ठग की शिकायत पुलिस अधीक्षक व सायबर सैल में कर दी है।

साथ ही जिले के शिक्षकों को भी बयान जारी कर आगाह किया है कि वे विभाग के नाम पर इस तरह के किसी भी ठग की बातों में ना आएं व ऐसे कॉल आने पर तत्काल जिला शिक्षा विभाग कार्यालय को अवगत कराएं। कुल मिलाकर इस तरह के ठगी के प्रयास का जिले में यह पहला मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

कार्यवाही के समाचार को बनाया आधार

इस पूरे मामले में ठग ने मोबाइल नंबर 07389214106 से जिस शिक्षक राकेश गौतम को फोन लगाया था दरअसल 28 जुलाई को डीपीसी अशोक त्रिपाठी ने उनके स्कूल का निरीक्षण किया था और यहां पाँच शिक्षकों में से हरभजन सिंह रावत को छोड़कर राकेश गौतम, अशोक शर्मा, दिनेश शर्मा व गोपाल सिंह जाटव गैरहाजिर मिले थे। कार्यवाही की यह खबर 29 जुलाई को अखबारों व सोशल मीडिया साइड पर प्रकाशित हुई थी। संभवत: ठग ने इसी खबर को आधार बनाकर शिक्षक के फोन पर कॉल किया।

इस दौरान वह खुद को डीईओ का पीए बताकर शिक्षक को कार्यवाही रोकने का ऑफर देते हुए फोन पे व पेटीएम पर इसके ऐवज में तत्काल रुपए भेजने की मांग करता रहा। इस दौरान ठग हुवहू खबर में प्रकाशित भाषा के अनुसार ही गैरहाजिर मिले शिक्षकों के नाम पढ़ रहा था तो वहीं बार-बार तत्काल राशि भेजने व ना भेजने की स्थिति में तुरंत निलंबन की बात कह रहा था।

बातचीत के लहजे से हुआ शक

इस मामले में शुरू मेें तो शिक्षक राकेश कथित ठग की बात से सहमा, लेकिन बाद में उसे ठग की भाषा व लहजे को लेकर शक हो गया। बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पीए का कोई पद ही नहीं होता इसके अलावा बार-बार निलंबन की फाइल अपलोड करने सहित कुछ अन्य शब्दाबली ने ठग के मंसूबों को शंका उपजने के चलते विफल कर दिया। वहीं ट्रूकॉलर पर भी कॉल किया गया नंबर एक कंपनी के पैमेंट बैंक नई दिल्ली के नाम से शो हो रहा था।

निरीक्षण से निकलती है शिक्षा विभाग को बदनाम करने वाली खबर

इन निरीक्षण से शिक्षा विभाग को बदनाम करने वाली खबरें निकलती है। कौन से स्कूल का शिक्षक स्कूल गायब मिला उसका नाम प्रकाशन में आता है निरीक्षण एक विभागीय कार्रवाई होती है इनका प्रकाशन नही होना चाहिए इस प्रकार की खबरों से शिक्षा विभाग पदनाम होती है वह ऐसे ठग भी सक्रिय होते है।

इनका कहना है
बुधवार को जैसे ही यह मामला सामने आया हमने पुलिस अधीक्षक व साइबर सैल को लिखित शिकायत दर्ज करा दी है। साथ ही जिले के सभी शिक्षकों को भी आगाह कर दिया है कि इस तरह के कॉल से सचेत रहें और ठगों की बातों में ना आएं। यदि ऐसा कोई कॉल आता है तो जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को तत्काल अवगत कराएं ताकि कानूनी कार्यवाही की जा सके।
समर सिंह राठौड़, डीईओ शिवपुरी