शिवपुरी। शिवपुरी सर्किल जेल से दो अच्छी खबर आ रही हैं। पहली यहां पर खुली जेल के लिए अनुमति प्राप्त हो गई है और एस्टीमेट बनाने का काम शुरू हो गया है। दूसरी यहां पर जल्द ही पेट्रोल पंप खोले जाने की योजना है जिसे कैदियों द्वारा संचालित किया जाएगा। इससे उन्हें रोजगार की ट्रेनिंग मिलेगी और उनके जीवन में बदलाव आएगा। इससे वह जेल से बाहर निकलकर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें।
जानकारी के अनुसार शिवपुरी जेल को कुछ समय पहले एक पेट्रोलियम कंपनी द्वारा पेट्रोल पंप का स्ट्रक्चर तैयार करके देने का ऑफर दिया है। इस ऑफर के तहत वह पेट्रोल पंप तैयार करके जेल प्रबंधन को देगें औश्र इसके बाद जेल प्रबंधन उक्त पंप का संचालन करेगा। जेल अधीक्षक आरसी आर्य के अनुसार पेट्रोलियम कंपनी द्वारा उन्हें तैयार करके दिए गए प्रपोजल के साथ स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार कर भोपाल भेज दिया गया है।
फिलहाल पंप की स्वीकृति का प्रस्ताव भोपाल में विचाराधीन है। जैसे ही पैट्रोल पंप लगाने की स्वीकृति भोपाल से मिल जाएगी वैसे ही पैट्रोल पंप लगाने का काम शुरू हो जाएगा। जेल अधीक्षक आरसी आर्य के अनुसार इस पेट्रोल पंप का संचालन जेल में बंद कैदियों व जेल कर्मचारियों द्वारा मिलकर किया जाएगा। इससे जेल में बंद कैदियों को एक ओर जहां रोजगार की ट्रेनिंग मिलेगी वहीं दूसरी और उन्हें रोजगार भी उपलब्ध होगा । ऐसे में कैदी जेल में बंद रहते हुए भी रुपये कमा सकेंगे।
सीएसआर फंड से तैयार होगा पूरा स्ट्रक्चर
यहां बताना होगा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत प्रत्येक बड़ी कंपनी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करती है। इसी क्रम में यह पेट्रोल पंप तैयार कराया जाएगा। पैट्रोल पंप कंपनी इसके माध्यम से जेल में बंद कैदियों के प्रति अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए उन्हें रोजगार की ट्रेनिंग और साधन मुहैया कराएगी। इसके अलावा इस पैट्रोल पंप पर पेट्रोल, डीजल बिक्री से जो आय होगी, वह आय भी जेल और जेल में बंद कैदियों के ऊपर ही खर्च होगी। यदि सब कुछ सही रहा तो आने वाले कुछ समय में ही शिवपुरी जेल को यह सौगात मिल सकती है।
खुली जेल का एस्टीमेट भी हो रहा तैयार
इसके अलावा शिवपुरी जेल के विस्तार के क्रम में यहां खुली जेल का प्रोजेक्ट भी तैयार किया जा रहा है। इसका प्रस्ताव शासन स्तर तक पहुंच चुका है और वहां से इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी भी मिल चुकी है। जेल अधीक्षक आरसी आर्य के अनुसार खुली जेल तैयार करने के लिए पीआईयू द्वारा एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। यह एस्टीमेट तैयार होने के बाद स्वीकृति के लिए भोपाल भेज दिया जाएगा। बजट स्वीकृत होते ही खुली जेल का काम भी शुरू हो जाएगा।