काजल सिकरवार @ शिवपुरी। शिवपुरी जिले में बादलों ने धोखा दे दिया है पिछले एक सप्ताह से बादल नही बरसे,चिंता का सबसे बडा विषय है कि मानसून के आंकड़े का 60 प्रतिशत हो चुका है जिले का मड़ीखेड़ा डैम अभी प्यासा है वही जिले के कई बड़े तालाब अभी भी खाली है। अब मौसम विभाग को जो पूर्वानुमान है वह बता रहा है कि मानसून अवकाश पर चला गया है।
बारिश ना होने के कारण चढ गया पारा
जिले में पिछले सात दिनों से बारिश का सिलसिला थम गया है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री पार पहुंच गया है। हालांकि बारिश थमने से फसलों पर अभी असर पड़ना शुरू नहीं हुआ है। लेकिन मौसमी बीमारियां जरूर पैर पसारने लगी हैं। भू-अभिलेख द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करे तो रविवार से लेकर गुरुवार तक लगातार जिले की नौ तहसीलों में कहीं भी बारिश दर्ज नहीं हुई है। शिवपुरी जिले में छह दिन पहले 517.61 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई थी।
औसत बारिश का आंकड़ा आगे नहीं बढ़ा है। जिले की सामान्य औसत बारिश 816.3 निर्धारित है, जिसमें से 63.41% कोटे का पानी बरसा है। शिवपुरी शहर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि छह दिन पहले अधिकतम पारा 26.8 डिग्री सेल्सियस था। यानी पांच दिनों में बारिश नहीं होने से तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
मडिखेडा डेम सहित जिले के कई तालाब अभी भी प्यासे
शिवपुरी जिले में अभी तक 63.41% प्रतिशत बारिश हो चुकी है, जबकि मड़ीखेड़ा डैम में महज 3 मीटर ही लेबल बढ़ सका। सिंध नदी पर बने मड़ीखेड़ा डैम का केचमेंट एरिया मालवा क्षेत्र में है. जहां अभी तक अच्छी बारिश नहीं हुई। यही वजह है कि शिवपुरी में 61 फीसदी से अधिक बारिश होने के बाद भी डैम का लेवल महज 3.65 मीटर ही बढ़ सका डैम का वर्तमान लेवल 339.35 मीटर हुआ है, जबकि फुल लेवल 346.25 मीटर है, यानी अभी डैम 6.90 मीटर खाली है। अभी तक एक भी बार न पावली पर सिंध उफनी और न ही नदी में पानी का फ्लो तेज हुआ।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान- मानसून छुट्टी पर चला गया है
मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश वाले बादल हिमालय की ओर चले गए हैं। यह बादल समुद्र से लेकर हिमालय तक के बीच में पड़ने वाले इलाके में बारिश करेंगे और फिर हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से टकराकर खत्म हो जाएंगे। यह आप कभी वापस नहीं आएंगे, लेकिन दक्षिण पश्चिम में स्थित समुद्र से मानसून के बादल फिर उठेंगे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि सेटेलाइट से प्राप्त चित्रों में फिलहाल समुद्र में ऐसे बादलों कि कोई बटालियन दिखाई नहीं दे रही है जो मध्य प्रदेश की तरफ आगे बढ़ेगी। इस स्थिति को ब्रेक मानसून कहते हैं। यानी मानसून छुट्टी पर चला गया है। 15 अगस्त के बाद समुद्र से ताजा बादलों के बढ़ने की उम्मीद है।