विवेक यादव दिनारा। दिनारा नगर के चौक-चौराहे और मुख्य बाजार में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। पुलिस ने व्यवसायियों को प्रेरित कर कैमरे लगवाएं हैं, लेकिन यह कैमरे भी दुकानों और घरों के सामने लगे हैं। इससे नगर के अन्य हिस्सों में होने वाली गतिविधियों की पल-पल जानकारी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में नगर में होने वाली वारदातों, हादसों, घटनाओं की विवेचना करने में पुलिस को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नगर के लोगों का कहना है कि पंचायत और पुलिस विभाग को संयुक्त रूप से योजना बनाकर नगर के चौक चौराहों थाना प्रभारी ने कैमरे लगवाने शुरू किये थे, पहल पर सीसीटीवी कैमरे लगवाना चाहिए। ताकि नगर की गतिविधियों की जानकारी आसानी से मिल सके।
नगर के प्रमुख चौराहों पर नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे
बताया जा रहा हैं कि पूर्व में थाना प्रभारी संतोष भार्गव ने नगर में सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगे न होने पर कैमरे लगाने की योजना भी बनाई गई थी, जिसके लिए जगह भी चिह्नित कर कैमरे भी मंगवा लिए गए थे, लेकिन दरअसल वर्तमान में सीसीटीवी कैमरों के अभाव में नगर की सुरक्षा निजी कैमरों के भरोसे चल रही है। ऐसे में झगड़े, ठगी और चोरी की वारदात होने पर आरोपियों को पकड़ना मुश्किल हो जाता है।
नगर की सुरक्षा व्यवस्था निजी तौर पर मकानों, दुकानों के सामने लगे कैमरों पर है। नगर में मेन रोड सहित प्रमुख चौराहों पर घरों और प्रतिष्ठानों पर कैमरे लगे हैं। इनकी फुटेज की क्वालिटी उतनी ठीक नहीं हैं। इसकी वजह से पुलिस को विवेचना करने में दिक्कतें आती हैं। लेकिन नगरीय क्षेत्र न तो पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने ना ही पुलिस विभाग ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
इन स्थानों पर कैमरे लगाना जरूरी
नगरीय क्षेत्र के कुछ चुनिंदा स्थान ऐसे हैं, जो सबसे ज्यादा भीड़ वाला क्षेत्र है और हमेशा लोगों की उपस्थिति बनी रहती है। इन स्थानों पर ट्रैफिक भी अधिक रहता है। जिनमें श्री कृष्णा चौराया , अशोक होटल तिराहा, रेस्ट हाउस स्टैंड, पुराने दिनारा , चदवरा रोड , दाबरदेही, रोड , , आवास रोड सेवड़ी ,रोड, अस्पताल रोड, मंदिर के पास सुरक्षा की दृष्टि से कैमरा होना अति आवश्यक है, ताकि इन स्थानों पर होने वाली घटनाओं की जानकारी और साक्ष्य के आधार पर पुलिस आसानी से अपराधी तक पहुंच सके।
निजी कैमरों के भरोसे नगर की सुरक्षा
झगड़े, ठगी और चोरी की वारदात होने पर आरोपियों को पकड़ना पुलिस के लिए मुश्किल हो जाता है। फिलहाल नगर की सुरक्षा व्यवस्था निजी तौर पर मकानों, दुकानों के सामने लगे कैमरों पर ही है। नगर में मेन रोड सहित प्रमुख चौराहों पर घरों और प्रतिष्ठानों पर एक दर्जन के आसपास ही कैमरे लगे हैं। इनमें से ही कुछ कैमरों में घटनाएं कैद होने से पुलिस को अपराधों की रोकथाम में मदद मिल चुकी है। पूर्व में सराफा बाजार रोड पर निजी दुकान में लगे कैमरे की मदद से अपराधी तक पुलिस पहुंच सकी। एक अन्य चोरी और दुर्घटना के खुलासे भी कैमरों में घटनाएं कैद होने से ही हो सके हैं।
अपराधी वारदात के बाद समा जाते हैं यूपी की सीमा में
बताया जा रहा हैं कि दिनारा से यूपी की सीमा लगी हुई है तथा कोई भी अपराधी अपराध करके वह यूपी की सीमा से गायब हो जाता हैं। तथा वहां कैमरा ना होने के कारण अपराधी का कहीं कुछ पता नहीं चलता, तथा प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए, लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं देता।
पूर्व में एक लूट हुई थी उसके दौरान हमने सभी व्यापारियों को सीसी कैमरे लगवाने को बोला था और प्राइवेट गार्ड का भी बोला था जिम्मेदार अधिकारियों को हमने मौखिक बोला है कि दिनारा में सीसी कैमरे लगना बहुत जरूरी है
सचिव का यह कहना हैं-
जब इस संबंध में दिनारा सचिव सुरेश गुप्ता से बात की गई तो उनका कहना था कि हमारे पास कैमरों के लिए कोई फंड नहीं आता हैं, इसलिए हम इस संबंध में कुछ नहीं कह सकते हैं।
इनका कहना हैं-
हमने दिनारा के व्यापारियों और सरपंच, सचिव से बात की हैं। हम लोग प्रयासरत हैं, जल्द से जल्द कैमरे लगाये जायेगें।
संतोष भार्गव थाना प्रभारी दिनारा