SHIVPURI NEWS- पिछोर को जिला घोषित कराने की मांग पर कांग्रेस विधायक केपी सिंह ने खेला माईंड गेम:प्रेसवार्ता

Bhopal Samachar
पिछोर। शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा एक ऐसी विधानसभा है जो कांग्रेस का अभेद किला है। पिछले 6 बार से भाजपा को यहां हार का सामना करना पड रहा है। भाजपा ने मिशन 223 के तहत पिछोर से अपना टिकट फाइनल करते हुए भाजपा की तैयारी शुरू कर दी है। इसी तैयारी के बीच पिछोर विधायक केपी सिंह ने एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया,इस पत्रकार वार्ता में विधायक केपी सिंह ने पिछोर को जिला बनाने की मांग है। इस पत्रकार वार्ता के कई अर्थ निकाले जा रहे है।

पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा कि पिछोर से जिला मुख्यालय शिवपुरी से 100 किलोमीटर दूर है और वह अगर कोई ग्रामीण क्षेत्र से शिवपुरी जाता है तो दूरी अधिक हो जाती है। केपी सिंह ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवपुरी गुना संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे है जब पिछोर विधानसभा से वह विजयी हुए थे उनका नैतिक कर्तव्य बनता है कि वह पिछोर की जनता को उपकृत करे।

कांग्रेस के पहलवान केपी सिंह ने कहा कि जब ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे जब एक मंच शेयर कर रहे थे जब उनसे भी पिछोर को जिला बनाने की मांग की थी और कहा था कि बसई को भी इसमें शामिल करे,बसई के लोगो को दतिया जाने में परेशानी आती है।

हमारी सरकार थी हमें लग रहा था कि पांच साल चलेंगें लेकिन नही चल सके,अब सिंधिया जी के सहयोग से सरकार बनी है तो अब भाजपा को पिछोर को जिला घोषित कर देना चाहिए। कल सीएम साहब की सभा भी है मेरी मांग है कि वह पिछोर को जिला घोषित करें इससे पिछोर और खनियाधाना के लोगो को फायदा होगा। इसके लिए मैने पत्र भी लिखे है।

संभवत:कल सीएम घोषित करने वाले है पिछोर को जिला

पिछोर को जिला बनाने की मांग पिछले कई सालो से चल रही है,वर्तमान में एक समिति भी संघर्ष कर रही है। पिछोर को फतेह करने के लिए भाजपा पिछोर को जिला घोषित कर सकती है,कयास यह भी लगाए जा रहे थे कि कल होने वाली सभा में सीएम शिवराज यह घोषणा कर सकते है,लेकिन इससे पहले ही पिछोर विधायक ने इस मुद्दे को उछाल कर अपनी ओर करने की कोशिश की है कि श्रेय पूरा का पूरा भाजपा ना ले जाए।

संघ ने पूर्व से ही घोषित कर रखा है पिछोर को जिला

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछोर को पूर्व से अपना जिला घोषित कर चुका है। वही मप्र में जो अभी जिले नए बने है वह पूर्व से ही संघ ने जिला घोषित कर रखे थे।

लेकिन इस मामले में कई सवाल खडे हो रहे है

पिछोर केपी सिंह पिछले 6 बार से विधायक है,पिछोर विधायक केपी सिंह ने सबसे पहला पत्र 2017 में पिछोर को जिला बनाने की मांग को लेकर किया था,उससे पहले क्यों नही। वह पिछले 30 साल से विधायक है उससे पहले क्यो नही की। डेढ साल तक कांग्रेस सरकार थी उसमें भी जिले को बनाने की घोषणा करवा सकते थे लेकिन इस डेढ साल तक पिछोर विधायक मंत्री बनने की जुगाड़ में लगे रहे। वही बसई का बात करे तो अगर उसे पिछोर जिले में मिला लिया जाता है तो लोधी वोटर संख्या अधिक हो जाऐगी। इस कारण ही केपी सिंह ने पिछोर को जिला घोषित कराने का प्रयास नही किया-लेकिन अब संभावना जताई जा रही है।