SHIVPURI NEWS- पुलिस के पहरे में हुआ सरस्वती का अस्थि संचय, इस कारण है ​परिवार को पड़ोसियों का डर

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी में 12वीं की छात्रा को शनिवार सुबह पुलिस वैन ने रौंद दिया था। इसमें उसकी मौत हो गई थी। रविवार को छात्रा का अंतिम संस्कार किया गया। छात्र का अंतिम संस्कार डर के साए में हुआ। परिजन बेटी की अस्थि लेने जाने के लिए भी राजी नहीं हुए थे।

इसके बाद समाज के पदाधिकारियों के प्रयास से उक्त परिवार को सुरक्षा मुहैया हो सकी और वह अस्थि संचय के लिए गांव जा सके। पुलिस के पहरे में अस्थि संचय की प्रक्रिया पूरी हुई, तदोपरांत परिवार के सदस्य पुलिस की सुरक्षा में ही लौट कर वापस शिवपुरी आ गए।

जैसा के ज्ञात हो की शनिवार को शिव कालोनी निवासी कक्षा 12वीं की छात्रा सरस्वती पुत्री दारा सिंह यादव उम्र 16 साल की पुलिस वैन की टक्कर से मौत हो गई थी। मृतिका के पिता दारा सिंह यादव व उसके परिवार की गांव में एक अन्य पड़ोसी यादव परिवार से रंजिश चल रही है। इसी के चलते छात्रा का अंतिम संस्कार पुलिस सुरक्षा के बीच कराया गया।

रविवार को सरस्वती का अस्थि संचय संस्कार किया जाना था, लेकिन परिवार के सदस्यों ने पड़ोसी परिवार की दहशत के चलते बेटी का अस्थि संचय करने से इंकार कर दिया। 25 जुलाई को ही आरोपित परिवार ने दारा सिंह के बेटे अर्जुन व देवराज यादव की लाशें बिछाने की धमकी परिवार की महिलाओं की मारपीट कर दी थी।

जब इस बात की जानकारी यादव महासभा के प्रदेश महासचिव कल्याण यादव को लगी तो उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से संपर्क कर परिवार को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाने के संबंध में बात की। इसके बाद परिवार के सदस्यों को पुलिस सुरक्षा में अस्थि संचय का संस्कार पूरा करवाने के लिए गांव ले जाया गया। पुलिस के पहरे में अस्थि संचय संस्कार पूरा किया गया और इसके बाद पूरा परिवार पुलिस के साथ ही गांव से वापिस लौट आया।

पाइप से पानी गिरने के विवाद पर हुई थी हत्या

दोनों परिवार के घर बिलकुल पास पास में ही हैं, इसी क्रम में किसी द्वारिका के परिवार की छत का पानी पाइप के सहारे दूसरे परिवार के घर में गिर रहा था। इसी बात को लेकर दोनों परिवारों में विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते द्वारिका को की रास्ते में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।

परिवार के बड़े बेटे अर्जुन ने एक वीडियो के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से गुहार लगाई हैं कि उसकी बहन की मौत को इंसाफ मिले और उनके परिवार के लिए ऐसा माहौल निर्मित किया जाए कि वह अपनी जमीन पर खेती कर अपने पूरे परिवार का पालन पोषण कर सके।