शिवपुरी। सहरिया क्रांति के स्थापना दिवस पर शनिवार को अंचल के सहरिया समुदाय ने सहरिया क्रांति के बैनर तले अभूतपूर्व रैली निकाली और अपनी आवाज को बुलंद करते हुए जिला प्रशासन के आला अधिकारी एडीएम विवेक रघुवंशी को संगठन के संयोजक संजय बेचैन, अध्यक्ष अवतार आदिवासी, कल्याण आदिवासी आदि सहित हजारों लोगों की मौजूदगी में ज्ञापन सौंपा। आदिवासियों के इस विशाल जनसैलाब ने स्थानीय पोलो ग्राउंड में खड़े होकर न केवल पढ़े गए ज्ञापन को सुना बल्कि अपने मुखियाओ और संगठन के अग्रणी लोगों के उद्बोधन भी सुने। नारों से शहर गूंज उठा।
राजनीतिक गैर राजनैतिक संगठनों ने किया स्वागत
इस सहरिया रैली का दिलचस्प पहलू यह नजर आया कि आदिवासियों के सामाजिक संगठन की रैली के स्वागत में कांग्रेस, भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक गैर राजनीतिक संगठनों और समाजसेवियों ने पलक पांवड़े बिछाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
3 से 4 की कतारों में 3 किमी रैली
स्थानीय फिजिकल रोड विवेकानंदपुरम से बरसते पानी में हजारों हजार महिला पुरुष युवा बुजुर्ग ग्रामीण अंचल में अपना काम छोड़कर इस रैली में शामिल होने उमड़ पड़े। आलम यह था कि जहां रैली का एक छोर 3 से 4 कतारों में झांसी चौराहे पर था तो दूसरा छोर कोर्ट रोड को छू रहा था।
5 अगस्त स्थापना दिवस पर करते हैं
5 अगस्त सहरिया क्रांति के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी संजय बेचैन का जन्म दिवस भी है, और इसी दिन अब से बरसों पूर्व सहरिया क्रांति एक सामाजिक आंदोलन संगठन की बुनियाद रखी गई थी। प्रतिवर्ष 5 अगस्त को सहरिया आदिवासी समुदाय के हजारों लोग अपने इस संगठन का स्थापना दिवस मनाने और विभिन्न क्षेत्रों में सामने आ रही समस्याओं के विरुद्ध प्रशासन के सम्मुख अपनी आवाज उठाने जिला मुख्यालय पर पहुंचते हैं।
बारिश नहीं रोक पाई बढ़ते सैलाब को-
विशुद्ध रूप से गैर राजनीतिक गंतव्य से खड़ा किया गया यह सामाजिक संगठन जिले के शोषित आदिवासियों के हक में समय.समय पर शासन प्रशासन के सम्मुख आवाज उठाता रहा है। सहरिया क्रांति संगठन के आव्हान पर आज निकाली गई इस अभूतपूर्व रैली की खासियत यह रही कि शिवपुरी में सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही थी वहीं ग्रामीण अंचल में बारिश का यह प्रकोप अत्यधिक था फिर भी अपने घर द्वार कामकाज छोड़कर बच्चों को लेकर महिलाएं और पुरुष दिन में युवाओं की अच्छी.खासी तादाद थी जो रैली में शामिल होने प्रातः: 9:00 से ही आना शुरू हो गए थे।
हाथों में तख्तियां जिन पर लिखे हक के नारे-
सहरिया क्रांति आई है नया सवेरा लाई है, हमको अपना अधिकार दो राशन पानी लूटने ना दो। जैसे नारों को बुलंद करते हुए बड़ी संख्या में महिला पुरुषों का यह हुजूम बाजार में पूरी तरह अनुशासित अंदाज में चलता दिखाई दिया। हाथों में तख्तियां जिन पर तमाम नारे लिखे हुए थे जिसमें प्रमुख रूप से आदिवासियों का शोषण बंद करो, हमको भी जीने का हक दो जैसे नारे भी दिखाई दे रहे थे।
प्रारम्भ से अंत तक हुआ आत्मीय स्वागत-
रैली का स्वागत फिजिकल क्षेत्र से ही शुरू हो गया था, जहां पिपरसमा शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र के नेता समाजसेवी कल्ला पंडित और उनकी टीम ने बड़ी ही गर्मजोशी के साथ किया। बाजार में आदिवासियों का बड़े ही आत्मीय भाव से कांग्रेस नेता कांट्रेक्टर जिनेश जैन और उनके तमाम साथियों ने माधव चौक पर स्वागत किया वहीं कांग्रेस नेता एवं पोहरी से चुनावी तैयारी कर रहे कांग्रेस नेता कैलाश कुशवाहा ने भी मंच सजा कर रैली का स्वागत किया।
कांग्रेस नेता राकेश गुप्ता वनस्थली ने अपनी तमाम टीम के साथ जहां थीम रोड पर मंच सजाया और स्वागत किया, वहीं कांग्रेस नेता नरेंद्र जैन भोला भी अपनी टीम के साथ स्वागत के लिए आतुर खड़े दिखाई दिए, निशुल्क पानी पाउच की व्यवस्था विनय राजपूत द्वारा की गई। कांग्रेस नेता अमित शिवहरे ने गुरुद्वारा चौक पर, भाजपा नेता रामजी व्यास राहुल व्यास और उनकी टीम ने कोर्ट रोड पर रैली का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अस्पताल चौराहा भी बैनर पोस्टर से पटा हुआ था।
सभी वर्गों के स्थानीय शहरी युवाओं की चौंकाने वाली भागीदारी-
सहरिया क्रांति संगठन की इस रैली में स्थानीय युवाओं की बड़ी टीम भी पूरे समय साथ साथ चलती दिखाई दी। जिसमें ओबीसी, सवर्ण मुस्लिम, दलित, ब्राह्मण, वैश्य सहित विभिन्न समुदायों से जुड़े लोग भी जोश के साथ खड़े दिखाई दिए।
इन मार्गों से निकली रैली-
इस विशाल रैली ने फि जिकल से विष्णु मंदिर पुरानी शिवपुरी खेड़ापति कॉलोनी, पुरानी शिवपुरी, काली माता मंदिर, झांसी तिराहा, थीम रोड, माधव चौक चौराहा, कोर्ट रोड अस्पताल चौक होते हुए कलेक्ट्रेट का रुख किया। रैली में शामिल महिला पुरुष पूरे अनुशासित अंदाज में कदमताल करते दिखाई दिए।