SHIVPURI NEWS - विधायक रघुवंशी ने प्रभारी मंत्री सिसोदिया पर बोला हमला-लिखा ऐसे भ्रष्ट अधिकारी को लाने के लिए धन्यवाद

Bhopal Samachar

शिवपुरी। शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी बिना लाग लपेट और सीधी बात करने के लिए जाने जाते है,विधायक रघुवंशी ने शिवपुरी के प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया पर एक अधिकारी की शिवपुरी जिले की पोस्टिंग को लेकर हमला कर दिया। अपनी पोस्ट मे विधायक रघुवंशी ने तंज करते हुए उनका आभार जताया कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी की शिवपुरी जिले में पोस्टिंग कर ऐसे ही जीतेंगे 230 विधानसभा सीट। इस पोस्ट के बाद भाजपा की गुटबाजी भी खुलकर पब्लिक के प्लेटफार्म पर आ गई। अब जनमानस अपने हिसाब से कमेंट कर रहा है-कुल मिलाकर इस मामले से प्रभारी मंत्री की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है-अब कांग्रेस भी इस मामले को उछाल दे तो बडी बात नही होगी।  

मामला महेन्द्र  के पत्र पर महेंद्र के द्वारा भेजा गया आन डिमांड भ्रष्टाचार के ब्रांड अधिकारी जनपद पंचायत सीईओ अरविंद शर्मा को लेकर उलझ रहा है। कोलारस के पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव ने अपने लेटर पेड पर एक पत्र शिवपुरी के प्रभारी मंत्री और मध्य प्रदेश शासन के पंचायत मंत्री को लिखा था। इस पत्र की भाषा थी कि बदरवास सीईओ पिप्पल को हटाया जाए और सीईओ अरविंद शर्मा की पोस्टिंग बदरवास जनपद सीईओ के रूप में की जाए।

4 बार लोकायुक्त से पकडे गए है अरविंद शर्मा—विभागीय जांच में दोष सिद्ध

अरविंद शर्मा को शिवपुरी जिले की पोहरी जनपद में थे, वहां भी रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगेहाथ पकड़ा था। वही कोरोना काल में अरविंद शर्मा की गाडी से विजयपुर थाना प्रभारी सतीश साहू ने एक लाख 90 हजार रूपए बरामद किए थे। अरविंद शर्मा का कहना था कि यह रूपए ग्राम पंचायत गसमानी के सचिव के है। वही सीईओ अरविंद शर्मा को लोकायुक्त पुलिस ने 3 जुलाई को 2019 को मुक्तिधाम निर्माण की राशि के भुगतान के एवज में 15 हजार की रिश्वत अंतत: उचेहरा के जनपद सीईओ अरविंद शर्मा को जनपद कार्यालय में दबिश देकर लोकायुक्त ने सीईओ को 13 हजार की घूस के साथ रंगे हाथ पकड़ा था।

बताया गया है कि रिश्वत के 2 हजार रुपए उचेहरा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पहले ही अंदर कर चुके थे। सरपंच ने की थी शिकायत उचेहरा जनपद के ननदहा पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत 4 लाख 40 हजार की लागत से मुक्तिधाम का निर्माण कराया गया था। आरोप है कि इसी राशि के भुगतान के एवज में सीईओ अरविंद शर्मा पंचायत के सरपंच संसारी सिंह से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांग की थी।

वही अरविंद शर्मा एक विभागीय जांच में भी दोषी पाए गए और एक वेतन वृद्धि भी रोकी गई है। कुल मिलाकर शासकीय कामों में लापरवाही बरतने के दोषी और लोकायुक्त पुलिस के रंगे हाथों रिश्वत लेने वाले सीईओ की अनुशंसा पूर्व विधायक ने क्यों की,क्या वह क्षेत्र में सरकारी कामो केा रोकना चाहते या इस भ्रष्टाचारी को बदरवास में खुले आम भ्रष्टाचार करने लाए,पूर्व विधायक को अपने क्षेत्र में ऐसा भ्रष्टाचारी अफसर क्यों चाहिए यह समझ से परे है और प्रभारी मंत्री ने महेन्द्र यादव के पत्र पर आन डिमांड इस अफसर को शिवपुरी भेज दिया। अब यह समझ में नहीं आता कि प्रभारी मंत्री ने अपने प्रभार वाले जिले में इतने बडे भ्रष्टाचार के ब्रांड अफसर को क्यों भेज दिया।

कांग्रेस अधिकारी के मुद्दे पर प्रभारी मंत्री को घेरने की बना रही है रणनीति
इस मामले में कांग्रेस प्रभारी मंत्री को घेरने की रणनीति बना रही थी कि उससे पहले विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने सोशल पर अपनी पीड़ा पोस्ट कर कांग्रेस का काम कर दिया। महेन्द्र के द्वारा लिखा गया महेन्द्र को अरविंद को भेजने का यह पत्र पूर्व से ही व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा है। यह मामला शिवपुरी समाचार ने भी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। कलेक्टर शिवपुरी भी इस मामले में इश्यू बता रहे है। वही अब यह मामला पबिलक सोशल मंच फेसबुक पर भी वीरेन्द्र रघुवंशी ने पोस्ट कर आम पब्लिक की नजर में भी ला दिया है।

यह लिखा कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी की समर्थक आईडी से
इतने भ्रष्ट अधिकारी को हमारे कोलारस विधानसभा में पदस्थ करवाने पर प्रभारी मंत्री महेंद्र सिसोदिया जी स्थानीय जनप्रतिनिधि का बहुत बहुत आभार

ऐसे ही जीतेंगे हम संपूर्ण 230 सीट,वरिष्ठ नेतृत्व से आग्रह है कृपया इमानदार विधायक ओर अधिकारियों को साइड कर ऐसे लोगों को अवम सरकारी बडे पदों पर बैठाया जाए। जय भाजपा

पोस्ट के साथ खुलकर सामने आ रही है गुटबाजी
भाजपा में इस समय गुटबाजी चरम पर है। कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी नरेन्द्र सिंह तोमर के गुट के माने जाते है वही पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया केन्द्रीय ज्योतिरादित्य गुट के नेता है,वही पूर्व विधायक महेन्द्र सिंह यादव भी महाराज सिंधिया का झंडा लेकर टिकिट की आस में खडे है,विधायक रघुवंशी पूर्व में खुलकर यह बयान दे चुके है कि प्रभारी मंत्री मेरी विधानसभा में हस्तक्षेप करते है और यह मामला वह सीएम शिवराज सिंह के संज्ञान में भी ला चुके है।

बैकफुट पर है प्रभारी मंत्री
विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी समर्थक पेज पर इस पोस्ट को किए लगभग 18 घंटे से अधिक हो चुके है,लेकिन अभी तक प्रभारी मंत्री ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है,शिवपुरी समाचार ने उनका पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका। प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया का पक्ष आने के बाद उनका पक्ष सशब्द प्रकाशित कर दिया जाऐगा।