एक्सरे ललित मुदगल @ शिवपुरी। मप्र में विधानसभा चुनाव की आहट शुरू हो चुकी है,भाजपा ने अपनी प्रथम सूची भी जारी कर दी है। इस सूची में शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा में अपना प्रत्याशी प्रीतम लोधी के रूप में फाइनल कर दिया है। कांग्रेस के अभेद किले को भेदने के लिए तीसरी बार पिछोर विधानसभा के चुनाव मैदान में प्रीतम लोधी को उतारा है।
कोलारस विधानसभा में उलझी गुत्थी
कोलारस विधानसभा शिवपुरी जिले की एक ऐसी विधानसभा है जहां भाजपा की गुत्थी उलझी हुई है। कोलारस विधानसभा से भाजपा से दो प्रबल दावेदार है वर्तमान विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी और सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक महेंद्र सिंह यादव। भाजपा को चुनाव में उतरने से पूर्व अपने ही घर में जंग लड़नी होगी। सिंधिया अगर अपने समर्थक महेंद्र यादव को टिकिट देते है तो वीरेन्द्र रघुवंशी नाराज होकर शिवपुरी से कांग्रेस से चुनाव लड सकते है ओर कोलारस विधानसभा में भी भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते है।
पोहरी विधानसभा में भीतरघात का डर-जातिवाद हावी
अब बात करते है पोहरी विधानसभा की पोहरी विधानसभा में भाजपा के टिकट दावेदारों की लंबी सूची है। सबसे पहले नाम आता है वर्तमान विधायक और राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा का है। पिछले विधानसभा चुनाव में लंबी जीत लेकर विधानसभा पहुंचे थे। वही दूसरे दावेदार के रूप में पूर्व विधायक और राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त प्रहलाद भारती,तीसरे टिकट के दावेदार पूर्व विधायक और राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त नरेंद्र बिरथरे,युवा नेता दिलीप मुद्गल के अतिरिक्त कई दावेदार है। भाजपा को यहां पर टिकट के दावेदारों को मैनेज करना बडा ही मुश्किल दिखाई दे रहा है।
सवाल बडा है ब्राह्मण मतदाता किधर
सन 2018 के आम विधानसभा के चुनाव में जिले में किसी भी विधानसभा सीट से ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट नही दिया था। भाजपा के कोटे में केवल पोहरी विधानसभा सीट ऐसी है जहां ब्राह्मण दावेदार को टिकट दिया जा सकता है। अगर भाजपा पोहरी विधानसभा से ब्राह्मण दावेदार को टिकट देती है तो जातिगत समीकरण से जिले की पांचों विधानसभा सीटों से उसे फायदा मिल सकता है। जैसे ही प्रीतम लोधी का टिकट पिछोर विधानसभा से फाइनल हुआ था ब्राह्मण समाज ने आपत्ति उठाना शुरू कर दी थी-यह अपत्ति भाजपा के लिए खतरा है। ऐसे में जिले में भाजपा को जिले की किसी भी विधानसभा से टिकट देना फायदे का सौदा रहेगा।
अगर पोहरी में भाजपा ब्राह्मण दावेदार को टिकट देती है,कांग्रेस किसी धाकड नेता को टिकट दे सकती हैं इस समीकरण से भाजपा को डर लग रहा है फिर धाकड वोटर एक तरफा चले जाते है जिनकी संख्या 50 हजार से अधिक है कुल मिलाकर भाजपा के लिए संकट है।
शिवपुरी में राजे फायनल,लेकिन
अब बात करते है शिवपुरी विधानसभा की शिवपुरी विधानसभा में विधायक और कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का लगभग टिकट फाइनल है। लेकिन भाजपा के मिशन 230 की बात करे तो एक एक सीट भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। जातिवाद और टिकट की अधिक दावेदारों के कारण यह मिशन संभव नही है। अभी तक टिकट की चाह के कारण सिंधिया समर्थक पुराने कांग्रेसियो ने अपनी घर वापसी कर ली है,इससे कही ना कही भाजपा को नुकसान अवश्य हुआ है।
ऐसी स्थिति में भाजपा कैसे अपनी पांच विधानसभा को फतेह करेगी कहना मुश्किल है लेकिन सूत्र बता रहे है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने ऐसा प्लान तैयार किया है जिससे भाजपा पांच विधानसभा सीट अपनी झोली में डाल सकती है और कांग्रेस को क्लीन स्वीप कर सकती है।
कोलारस में पूर्व विधायक महेन्द्र हो सकते है फायनल
बताया जा रहा है कि कोलारस के डैमेज कंट्रोल करने के लिए भाजपा सिंधिया समर्थक नेता पूर्व विधायक महेंद्र यादव को टिकट दे सकती है। वही शिवपुरी से भाजपा से वीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दे सकती है। इस समीकरण से वीरेन्द्र भाजपा का त्याग नही करेगा,वही मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को पोहरी से चुनाव लड़ाया जा सकता है। अगर यशोधरा राजे पोहरी से चुनाव लड़ती है वहां पर भाजपा के टिकट अन्य टिकट दावेदार भीतरघात नही करेगे,क्योकि प्रहलाद भारती और दिलीप मुदगल राजे के विश्वास पात्र है।
पिछोर का चुनाव प्रभारी बनाया जाए नरेंद्र बिरथरे को
अब बात करे नरेंद्र बिरथरे की तो उन्हें पिछोर में चुनाव प्रभारी बनाकर भेजना भाजपा को न्यायोचित होगा-क्यो कि नरेंद्र बिरथरे उमा भारती के खास माने जाते है लोधी समाज पर उनकी पकड़ है वही प्रीतम के ब्राह्मण विरोधी बयान के बाद डैमेज कंट्रोल को ब्राह्मण होने के नाते कर सकते है अब बात करे करैरा विधानसभा की तो करैरा विधानसभा में भाजपा से टिकट दावेदारों की लंबी सूची है लेकिन भाजपा का मन कैबीनेट मंत्री दर्जा प्राप्त जसवंत जाटव की ओर है-यह पोस्ट भी रहेगा भाजपा के लिए।
पोहरी की पडोसी विधानसभा में भेजे जाएंगे राठखेडा
अब आप सोच रहे होंगे पोहरी के वर्तमान विधायक सुरेश राठखेड़ा के लिए भाजपा के पास क्या प्लान है। पोहरी में धाकड़ मतदाताओं को अपने पास रखने के लिए और सीट एक और जीत पर बनाए रखने के लिए मंत्री जी को भाजपा पोहरी से विजयपुर विधानसभा भेज सकती है। विजयपुर विधानसभा में धाकड़ मतदाताओं की संख्या अधिक है साथ में आदिवासी मतदाता भी अधिक है। राजनीति के वर्तमान परिदृश्य की बात करे तो धाकड मतदाता और आदिवासी मतदाता भाजपा के माने जा रहे है। इसलिए सुरेश राठखेडा को विजयपुर भेजने का भाजपा का प्लान उचित लग रहा है बस इस प्लान पर कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की हां का इंतजार है।