SHIVPURI NEWS- दिनारा के मजदूरों से छीनी उनके हक की रोटी, जेसीबी से नर्सरी में खड़े पेड़ों को काटकर तालाब बना दिया

Bhopal Samachar
दिनारा। खबर शिवपुरी जिले के दिनारा कस्बे के ग्राम पंचायत डामरौन खुर्द से मिल रही हैं जहां काम नहीं मिलने के कारण मजदूर पलायन कर रहे हैं, वहीं प्रशासन के जिम्मेदारों के द्वारा मनरेगा के तहत मशीनों से काम कराया जा रहा है और जनभागीदारी का नाम दिया जा रहा है। प्रशासन के बैठे जिम्मेदार इस तरह का काम कराने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं, जिसका परिणाम यह हो रहा है कि मजदूरों से उनकी रोजी-रोटी छिन रही है।

ग्राम पंचायत डामरौन खुर्द में काम नहीं मिलने के कारण मजदूर पलायन कर रहे हैं, वहीं प्रशासन के जिम्मेदारों के द्वारा मनरेगा के तहत मशीनों से काम कराया जा रहा है और जनभागीदारी का नाम दिया जा रहा है। सरकार मजदूरों को कई तरह के रोजगार उनके ही गांव में देने का वादा कर रही है। लेकिन गांवों के हालात इससे उलटे हैं। जनपद पंचायत करैरा में बैठे अधिकारियों की मिलीभगत से मजदूरों की रोजी-रोटी छीनी जा रही है। मजदूरी के कार्यों में अब बुलडोजर की आवाज सुनाई दे रही है।

दरअसल डामरौन खुर्द में बन रहे तालाबों को जल्दबाजी में पूरा करने के लिए अब पूरी तरह से मशीनों से कार्य कराया जाने लगा है। लगभग 50 फीसदी से अधिक काम बचा हुआ है। जनपद पंचायत करैरा की ग्राम पंचायत डामरौन खुर्द में सरपंच महेंद्र यादव द्वारा नर्सरी में खड़े पेड़ों को काटकर उसी जगह में मशीनों द्वारा मछली पालन बना दिया गया है ग्राम पंचायत में मशीनों से तालाब की खुदाई का काम चल रहा है।

जिसकी शिकायतें जनपद पंचायत करैरा सीइओ, जिला पंचायत सीइओ और कलेक्टर से शिकायत की गई है। उसके बाद भी मजदूरों की जांच जिम्मेदारों द्वारा नहीं की गई। यहां तक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई। लेकिन जांच कर्ताओं द्वारा मौके पर आकर जांच नहीं की गई। जिसके कारण मजदूर पलायन कर रहे है।

इनका कहना है
कॉलेज में प्रथम वर्ष की कक्षा में प्रवेश लिया है। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं हो गई है। अब मजदूरी करने के लिए राजस्थान जा रहे है। दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने के लिए वापस आ जाएगें। अगर यहां रहेगें तो भूखे मर जाएगें। परिवार का भरण पोषण करने के लिए जा रहे है।

गोलू राजा परमार निवासी पंचायत डामरौन खुर्
मूंगफली फसलों के लिए अभी देर है। किसानों के पास भी कुछ नहीं है। ग्राम पंचायतों में काम मजदूरों की जगह मशीनों से कराया जा रहा है। उसका निरीक्षण जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन वह मजदूर नहीं, काम निरीक्षण करके वापस चले जाते है। जिसके कारण मजदूर परेशान होकर पलायन करने के लिए मजबूर है। मजदूरी दिलाने के लिए शिकायत भी की जाती है। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

प्रकाश जाटव निवासी डामरौन खुर्द