SHIVPURI NEWS- स्कूल शिक्षा विभाग, भारत माता का अपमान करना यहां जायज है मामले के खुलासे के बाद कार्रवाई नहीं

Bhopal Samachar
मोहन सिंह शिवपुरी। शिवपुरी का स्कूल शिक्षा विभाग में लगातार विवाद सामने आ रहे है,विवादो से भरे इस स्कुल शिक्षा विभाग मे सब जायज है यहां तक भारत माता के साथ शिक्षा की देवी सरस्वती मां और महापुरुषों का अपमान करने की कारनामे को भी जांच के नाम पर दावा दिया जाता है। महापुरुषों की तस्वीरों को टॉयलेट में रखने वाले शिक्षक पर अभी तक कार्रवाई तो छोडो नोटिस भी जारी नहीं किया,वही स्कूल से बंक करने वाले शिक्षकों पर तत्काल कार्रवाई भरा प्रेस नोट जारी कर दिया जाता है। लेकिन यह मामला शिक्षा विभाग को क्यो नही दिख रहा है यह समझ से परे है।

28 जुलाई को वायरल हुआ था यह वीडियो

बीते 28 जुलाई को यह वीडियो वायरल हुआ था,कि ग्राम पंचायत कुंगरपुर के बुधवारी के प्राथमिक विद्यालय की टॉयलेट में भारत माता सहित महापुरुषों की तस्वीरे रखाी है इस घटना क्रम के खबरे मीडिया ने प्रकाशित की थी,लेकिन शिक्षा विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

प्रतिदिन हो रहा है निरीक्षण

प्रतिदिन स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है और गैर हाजिर व लापरवाह शिक्षकों पर लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही हो रही है यहां तक कि कई शिक्षकों को सस्पेंड करने की भी कार्यवाही की गई है लेकिन पता नहीं कार्यवाही करने वालों की आंखें इस स्कूल के प्रिंसिपल पर क्यों नही जाती है क्या जानते हुए भी अंजान बने हुए है अधिकारी।

कहते है शिक्षक देश के भविष्य का निर्माण करते है, शिक्षक को गुरु की उपमा दी जाती है और गुरु का दर्जा गोविंद से बडा हमारी संस्कृति ने दिया है। लेकिन शिवपुरी जिले में एक ऐसे शिक्षक को जिले के अधिकारी क्यों अभय दान दे रहे है जिसने भारत माता सहित अन्य महापुरुषों की तस्वीरों को पिछले कई साले से टॉयलेट में रखा है ऐसे कार्य करने वाले शिक्षक बच्चों को क्या शिक्षा देगें।

शिवपुरी विकासखण्ड में आने वाली ग्राम पंचायत कुगरपुर के बुधवारी गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय के टॉयलेट में एक कुर्सी पर पांच तस्वीर एक कुर्सी पर उल्टी रखी है इस टॉयलेट का वीडियो वायरल हो रहा है,कुर्सी पर रखी इन तस्वीरों का कोई देख रहा है तो स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि इन तस्वीरों में रखी सबसे पहली तस्वीर भारत माता की है।

वही सूत्रों का कहना है कि अन्य तस्वीरों में सरस्वति मॉ,रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, आदि महापुरुषों की तस्वीरे है यह तस्वीरें पिछले कई साल से इस स्कूल में बने टॉयलेट में रखी हुई है। इस स्कूल के प्रिंसिपल का नाम लखन गिरी है। लखन गिरी की शिकायत जनसुनवाई में की गई थी बीते मंगलवार 25 जुलाई को कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में इस स्कूल के हेडमास्टर की शिकायत स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने की थी। शिकायत में शिक्षिका ने कहा था कि हेड मास्टर साहब अभद्र व्यवहार करते है। स्कूल समय पर नहीं खुलता है।

2005 में हुआ था निर्माण-सामान के नाम पर अलमारी भी नही

जानकारी मिल रही है कि इस स्कूल का निर्माण वर्ष 2005 में हुआ था इसके बाद में इसका मेंटेनेंस भी कराया गया था इसके बाद में भी इस स्कूल में बारिश में छत से पानी टपकता है यहा तक कि बच्चों को बैठने तक कि व्यवस्था नहीं है,स्कूल की हालत यह है कि इसमें पढने के लिए कभी बच्चो आते है तो कभी बच्चे नहीं आते। स्कूल के आफिस का पूरा का पूरा सामान टॉयलेट में रखा है।

यहा सवाल बड़ा उठता है कि क्या भारत माता की तस्वीर को रखने के लिए पूरे स्कूल में जगह नहीं मिली,क्या शिक्षा की देवी का स्थान यह टायलेट हो सकता है किस मानसिकता से इस शिक्षक ने ऐसी हरकत की। सवाल कई है क्या महापुरुषों की जयंती के दिन ही हम उनकी तस्वीरों पर मालाए चढ़ाएंगे क्या उनके बलिदान की कोई कीमत नही।

देश की सीमा पर खड़ा जवान अपनी भारत माता की सुरक्षा लगा सैनिक क्या इसलिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार खड़ा है कि हम अपने सैनिक की आराध्य देवी भारत माता का ऐसे अपमान करे यह देशद्रोह नहीं है। अब आगे यहा देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस शिक्षक पर क्या कार्रवाई करता है। या फिर देश के महारुषों का अपमान करने वाले शिक्षक को इसी तरह छोड़ दिया जाएगा