SHIVPURI NEWS- बेसुराग 8 माह का कार्तिक - आरोपियों पर 10 हजार का इनाम घोषित-पुलिस जयपुर रवाना

Bhopal Samachar
शिवपुरी। पिछोर अनुविभाग के भौती थाना सीमा से शनिवार की शाम से अपहृत 8 माह के कार्तिक का सुराग अभी तक नहीं लग सका है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस ने मनपुरा में हाट बाजार के पास स्थित एक बैंक के सीसीटीवी कैमरे खंगाले बताया जा रहा है कि उक्त बैंक के कैमरे में अपहरणकर्ताओं सहित कार्तिक और कार्तिक की मां आरती हाट बाजार की तरफ जाते हुए तो दिखाई दिए हैं, परंतु लौटते हुए नहीं दिखे।

पुलिस ने एक ज्वैलर्स की दुकान सहित एक कोचिंग सेंटर पर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला, परंतु वहां से भी पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। पुलिस का मानना है कि आरोपियों ने वहां से भागने के लिए नदना, आसपुर वाला ग्रामीण रास्ता चुना है, जहां पर किसी भी तरह का कोई सीसीटीवी कैमरा आदि नहीं है, हालांकि पुलिस सूत्र बताते हैं कि पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उनके आधार पर पुलिस ने अपनी टीमों सहित मुखबिरों को सक्रिय कर दिया है।

पुलिस टीमें मनपुरा के आसपास चारों तरफ जहां-जां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, उन्हें तलाशने में लगी है ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर आखिर किस दिशा में भागे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही उन्हें इस मामले में सफलता मिल जाएगी।

इधर पुलिस अधीक्षक रघुवंश भदौरिया ने भी आठ माह के बच्चे का अपहरण करने वाले अज्ञात आरोपियों पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। जो भी व्यक्ति अपहरणकर्ताओं की सूचना पुलिस को देगा उन्हें यह इनाम दिया जाएगा।

अर्जुन के यहां चार बेटियों के बाद पांचवें बच्चे के रूप में कार्तिक ने जन्म लिया था। पूरा परिवार और कार्तिक की बेटियां काफी खुश थीं, क्योंकि इस बार उन्हें अपने भाई को राखी बांधने का मौका मिलने वाला था, परंतु रक्षाबंधन से ठीक दो दिन पहले उनके साथ जो कुछ हुआ, उससे परिवार में मातम पसर गया है।

अर्जुन सहित उसके स्वजनों का कहना है कि सालों बाद बहनों को राखी बांधने का मौका मिला था, परंतु कार्तिक का अपहरण हो जाने से परिवार की यह खुशी मातम में बदल गई है। कार्तिक की चारों बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका कहना है कि अब हम किसे राखी बांधेंगे।

फिलहाल तो आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है, लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में सफलता मिल जाएगी। हमें कुछ जगह से सूचनाएं मिली हैं, जिस पर हमने पुलिस टीम रवाना की हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस को एक सुराग मिला है जिस पर पुलिस की टीम जयपुर रवाना हुई है।

जिस रास्ते का प्रयोग किया वहां से कहीं भी जाना संभव

मनपुरा के ग्रामीणों की मानें तो आरोपियों ने भागने के लिए आसपुर वाले जिस रास्ते का उपयोग किया है, उस रास्ते से वह सिरसौद, करैरा, पिछोर, खनियाधाना किसी भी जगह जा सकते हैं। खास बात यह है कि पूरा रास्ता ग्रामीण क्षेत्र का है ऐसे में सीसीटीवी कैमरे में कैद होना भी आसान नहीं है।