SHIVPURI NEWS- बीते 5 साल से प्यासा है दिनारा का तालाब, 900 हेक्टेयर जमीन पर फसल के लिए संकट:पढिए मामला

Bhopal Samachar
दिनारा। मानसून सत्र का ढाई माह बीत जाने के बाद भी अब तक दिनारा तालाब नहीं भर पाया है, क्योंकि जिन नालों के माध्यम से तालाब तक पानी आता था, उन पर स्टाप डेम बना दिए गए। जिससे इस तरह के हालात बनने लगे हैं। गौरतलब है कि दिनारा तालाब से रबी सीजन में 900 हेक्टेयर जमीन को सिंचित करने के लिए पानी मिलता है।

दिनारा तालाब से नहर निकली हैं। जिनके माध्यम से किसानों को रबी सीजन में सिंचाई के लिए पानी मिलता है। दिनारा तालाब से लगे 6 गांव के किसानों को इससे फायदा होता है लेकिन पिछले 5 साल से देखने में आ रहा है कि तालाब अपनी क्षमता के अनुसार नहीं भर पाता है।

रबी सीजन में किसानों को तालाब से पानी सिंचाई के लिए न मिलने से वह कुओं और ट्यूबवेल पर निर्भर हो जाते हैं। स्थानीय किसानों ने बताया कि इस बार भी दिनारा तालाब भरते हुए दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में लगातार जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायतों के बाद भी तालाब तक बारिश का पानी पहुंच सके इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहा हैं। किसानों का कहना है कि अगर इस बार दिनारा तालाब में पानी नहीं आया तो क्षेत्र में निश्चित रबी सीजन की फसल का रकवा घट जाएगा।

पिछले 5 साल से नहीं भर पा रहा

दिनारा तालाब पर निर्भर अलगी आवास चदावा, जनकपुर ,जनकपुर दवरा, गांव के लोग कहते हैं कि दिनारा तालाब की नहरों के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाया जाता है, लेकिन इस साल भी मात्र आधा फीट पानी अब तक तालाब में आया है। यही स्थिति पिछले 5 साल से बन रही है। जिससे रबी सीजन का रकवा घटता जा रहा है।

किसान रामपाल पटेल यादव का कहना है कि पिछले 5 साल से तालाब नहीं भर पाया है। ऐसे में 900 एकड़ जमीन जो दिनारा तालाब पर आश्रित है। उसमें रबी सीजन की फसल की बोवनी करना संभव होते दिखाई नहीं दे रहा है।

किसान इंद्र यादव ने बताया कि दिनारा तालाब की नहरों के माध्यम से सिंचाई करते हैं। पर जब तालाब खाली है तो कैसे सिंचाई होगी। तालाब का जलस्तर बढ़े इसके लिए अफसरों को एप्रोच बढ़ाना चाहिए।

ये हैं इसके जिम्मेदार

क्यों गांवों के लोगों का कहना है कि इस बार तालाब नहीं भरा तो मजबूर होकर सरसों या चना बोना पड़ेगा, क्योंकि गेहूं के लिए पानी पर्याप्त नहीं मिलेगा। वही कुएं में पानी अभी तक नहीं आया, क्योंकि क्षेत्र में अब तक मात्र 476 मिमी बारिश ही हुई है। ऐसे में अब आने वाले दिनों में बारिश का कोटा पूरा होते दिखाई नहीं दे रहा है। जिससे दिनारा तालाब से लगे किसानों में मायूसी देखने को मिल रही है।

दिनारा तालाब तक जो नाले आते हैं, उनमें से अधिकांश पर स्टाप डेमों का निर्माण हो चुका है। इसलिए पानी तालाब तक नहीं आ रहा है। जिससे किसानों को नुकसान होने लगा है। तालाब को पूरा भरा जा सके इसके लिए केन बेतवा लिंक परियोजना से जोड़ने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है। जिसका आने वाले दिनों में किसानों को फायदा मिलेगा।