SHIVPURI NEWS- राखी के दिन मिला 4 बहनों का अपहरण हुआ 7 माह का इकलौता भाई कार्तिक:बहने पहली बार बांधेंगी राखी

Bhopal Samachar
शिवपुरी। आज रक्षाबंधन है भाई बहन के प्यार का दिन है। पिछोर अनुविभाग के भौती थाना सीमा में आने वाले गांव मनपुरा में आज 4 बहनो के लिए रक्षा बंधन का बहुत ही खास है क्यो कि वह अपने उस 7 माह के भाई को राखी बाधेंगी जिसका अपहरण शनिवार को हो गया था,पुलिस ने 7 माह के कार्तिक को मंगलवार की रात जयपुर में बरामद कर लिया है। 7 माह का अवोध बालक अपनी मा की गोद और अपनी 4 बहनों की छाया में पहुंच चुका है।

27 अगस्त शनिवार की शाम से मनपुरा के रहने वाले अर्जुन केवट का सात माह का बेटा चोरी हो गया था। घटनाक्रम में अर्जुन केवट की पत्नी 27 अगस्त को अपनी 4 बेटी दयावती (10), माया (7), नंदनी (5), वर्षा (3) साल और 7 माह के मासूम कार्तिक के साथ घर पर थी इसी दौरान 11 बजे उसके घर आई एक अज्ञात महिला किसी बहाने से घर रुकी और आरती के साथ हाट बाजार गई और आरती केवट को विश्वास में लेकर शाम 5 बजे अपने साथ आये एक बाइक सवार के साथ सात माह के बच्चे को लेकर भाग गई।

15 घंटे गुजर जाने के बाद सोमवार को परिजनों ने सिरसौद-पिछोर मार्ग को जाम कर दिया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।

चार बेटियों के बाद पैदा हुआ बेटा

मनपुरा के रहने वाले अर्जुन केवट की पत्नी आरती केवट ने चार बेटियों के बाद बेटे कार्तिक को जन्म सात माह पहले दिया था। कार्तिक के पैदा होने के बाद परिवार में खुशी थी। तीन बहनों ने मिलकर अपने भाई का नाम कार्तिक रखा था। बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए रक्षाबंधन का इन्तजार कर रहीं थी। चार बहनों का इन्तजार ख़त्म होने ही वाला था कि घटना घटित हो गई। आज रक्षाबंधन है और चार बहनें अपने मासूम भाई के आने का इन्तजार कर रहीं थी आज दोपहर कार्तिक सकुशल अपने घर पहुंचा आज बहने खुश होगी कि उनका नन्हा भाई उनके पास है।

जयपुर में बरामद किया अबोध कार्तिक को

पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह भदौरिया ने आरोपियों पर 10 हजार का इनाम घोषित किया ओर 7 माह के बालक के अपहरण के मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए,अपहृत बालक की बरामदगी के लिए 4 टीमों का गठन किया। पुलिस ने सबसे पहले एक महिला को लोकेट किया जिस पर संदेह किया जा रहा था कि उक्त महिला यह अपहरण कर सकती है।

पुलिस ने बनाई चार टीम

पहली टीम थाना प्रभारी भौती अनिल भारद्वाज दूसरी टीम उनि अंशुल गुप्ता व तीसरी टीम उनि प्रियंका पाराशर के नेतृत्व में गठित की गई जिसमे दौरान विवेचना मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की उक्त कृत्य ग्राम धुवाई थाना भौती की दयावती लोधी कर सकती है उक्त सूचना पर से मोबाइल लोकेशन के आधार पर उपनिरीक्षक अंशुल गुप्ता के नेतृत्व मे ऊनि प्रियंका पाराशर, सउनि सुखदेव भगत, आरक्षक 1188 धर्मवीर, आरक्षक 534 रामप्रसाद की टीम जयपुर रवाना की गई थी।

जयपुर पहुंची पुलिस की टीम के द्वारा मुखबिर सूचना पर काफी तलाश करने उपरान्त जगतपुरा खाटू श्याम कॉलोनी नंबर 7 जयपुर से महिला आरोपियों दयावती लोधी पत्नी रामेश्वर उम्र 45 साल निवासी ग्राम धुवाई थाना भौती के कब्जे से उसके किराये के मकान में से अपहृत बालक को बरामद कर लिया।

बाइक से करैरा पहुंचे थे अपहरण कर्ता

अपहरण कर्ता दयावती लोधी ने पुलिस को बताया कि वह मनपुरा से मोटरसाइकिल से करैरा पहुंचे थे। पहली बस जाते हुए दतिया की दिखी उसमें बैठकर दतिया पहुंचे,इसके बाद बस से ग्वालियर पहुंचे थे,ग्वालियर से जयपुर की बस से जयपुर पहुंचे थे।

लोकेशन के बाद भी दो घंटे लगे पुलिस को

पुलिस को दयावती की लोकेशन मिल रही थी लेकिन जयपुर शहर की जगतपुरा खाटू श्याम कालौनी घनी कॉलोनी है,लोकेशन पर पुलिस को सटीक नहीं पहुंच पा रही थी। शिवपुरी से खोड चौकी प्रभारी अंशुल गुप्ता के नेतृत्व में पहुंची टीम ने आरोपी महिला के किराए के मकान तक पहुचने के लिए 15 मकानों के दरवाजे खटखटाने पडे। उसके बाद ही पुलिस आरोपी तक पहुंची। पुलिस जब किराए के मकान में पहुंची थी तो 7 माह का कार्तिक सो रहा था। कार्तिक के पास ही उसकी दूध की बोतल को उठाकर लाई थी। रास्ते में पुलिस ने बोतल को साफ कर दूध लेकर कार्तिक को दूध पिलाया था।

खुश थी पुलिस टीम-बहनो के भाई को मुक्त कराकर

पुलिस भी इस केस को सॉल्व कर बडी ही खुश नजर आ रही थी,क्यों कि 7 माह का बालक के अपहरण का मामला था। चार बहनो का इकलौता भाई और उसकी पहली राखी थी। चार बहनो की उम्र मात्र 10 से लेकर 3 साल तक थी। दो बहने तो यह भी समझ पा रही होगी की उनका भाई 2 दिन से घर में क्यो नही दिख रहा है। आज राखी के दिन बहनों को अपना बिछड़ा भाई मिलाने का माध्यम बनी पुलिस। बहन खुश है भाई के मिलने पर वही पुलिस भी खुश है बहनो के भाई को अपहरणकर्ता से मुक्त कराने पर

बच्चा चोरी सहित शादी के लिए लड़कियों की व्यवस्था कराती है महिला

जानकारी के मुताबिक धुवाई गांव की रहने वाली दयावती लोधी लंब समय से जयपुर में रह रही थी। बताया गया है कि दयावती लोधी ऐसे लोगों की शादी कराने का काम करती थी जिनकी शादी नहीं हो पाती थी उनकी शादी कराकर अपना कमीशन लेने का कार्य करती थी।

इसके अतिरिक्त दयावती लोधी पर पूर्व में बच्चा चोरी के आरोप लग चुके हैं और अब चोरी के बच्चे के साथ दयावती लोधी पकड़ी गई है। एसपी ने बताया कि महिला ने बच्चे को बेचने की नीयत से चोरी किया हुआ था।

इधर, आरोपी दयावती लोधी का कहना है कि उसने बच्चे की चोरी दबाव बनाने के लिए की थी। बच्चे के परिजनों से एक शादी के संबंध में लड़की को दिखाया था इसके एवज में पार्टी से 10 हजार रुपए कमीशन ले चुकी थी। इसके बाद पार्टी की ओर से मुझ पर दबाव बनाया जा रहा था। इसी के चलते मुझे बच्चा चोरी करना पड़ा इधर बच्चे के पिता ने महिला को पहचानने का साफ़ इनकार कर दिया।