शिवपुरी। मध्य प्रदेश सरकार शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक विकास करने के लिए कई हद तक प्रयास कर रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर यह विकास देखने को नहीं मिल रहा है। यहीं कारण है कि मध्य प्रदेश के ज्यादातर गांव मे आज भी लोग सड़क, बिजली, पानी, और पक्के घर से वंचित है। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की बात करें तो इस जिले में शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बहुत दयानिय स्थिति है। शिवपुरी शहर के वार्डो मे विकास की राय देख रहे लोगों को आज भी नेताओं के द्वारा आश्वासन ही देखने को मिल रहा है।
शिवपुरी जिले की ग्राम पंचायत दर्रोनी की बात करे तो यहा पर लगभग तीन सौ परिवार से अधिक परिवार आम रास्ते की समस्या से पिछले कई सालों से झूज रहे है। हालत यह है कि लोगों को ठीक से आने जाने का रास्ता भी नही है। जिसे लेकर लोग काफी परेशान है।
ग्रामीण लगाते रहे है समस्या का समाधान कराने के लिए गुहार
इस रास्ते की समस्या को लेकर गांव के ग्रामीणों ने कई बार गांव के सरपंच को भी अवगत कराया है। परंतु सरपंच द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जाती है। बीते मंगलवार को इस समस्या को लेकर जनसुनवाई में भी पहुंचे हुए थे। ग्रामीणों ने बताया कि सिंह निवास से लेकर रामचंद्र खेडी होते हुए ईटमा तक यह रास्ता लगभग तीन कि.मी. तक का है। जो बेहद ही खराब है। इस रास्ते में वाहन चलाना तो दूर की बात है। बल्कि पैदल चलना भी मुश्किल का काम है।
गहरे गड्ढे हो गए रास्ते में
रास्ते में काफी गहरे-गहरे गड्ढे हो गए है जिससे पूरा रास्ता दल-दल नुमा हो गया है। यही वजह है कि ग्रामीणों को आने-जाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों के अनुसार शायद ही कोई दिन होगा जब कोई न कोई राहगीर इस रास्ते पर गिरकर घायल न होता हो।
ग्रामीणों ने बताया कि हमने कलेक्टर से अनुरोध करते हुए कहा है कि अगर अभी बरसात के मौसम में यह रास्ता पक्का नहीं बन सके तो इतना हो जाए कि इस पर लोग पैदल ठीक से चल सके, इस मार्ग पर अभी लाल मुरम डाल कर समतल हो जाएगा तो इस पर लोग पैदल चल सकते है। अभी इस रास्ते पर लोग पैदल भी ठीक से नही चल पाते है। वही ग्रामीणों का कहना है कि इस रास्ते से होकर गांव के तीन सौ परिवारों सहित अन्य राहगीर भी गुजरते है।