शिवपुरी। स्वच्छता सर्वेक्षण का काम इन दिनों नगर पालिका परिषद शिवपुरी में चल रहा है, और अधिकारी कर्मचारियों द्वारा सतत मॉनिटरिंग के दौरान यह बात सामने आयी कि 18 कर्मचारी ऐसे हैं जिन्होंने लंबे अरसे से सफाई का काम नहीं किया है। जबकि इन दिनों स्वच्छ सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमओ केशव सिंह सगर ने 18 लापरवाह स्वच्छता कर्मियों की सेवाएं नगर पालिका से समाप्त कर दी हैं।
दरअसल स्वच्छता को लेकर नगर पालिका पहले से ही कमान कसे हुए है। यही वजह है कि नगर पालिका सीएमओ केशव सिंह सगर और अध्यक्ष गायत्री शर्मा अपनी टीम के साथ नगर के विभिन्न वार्ड में जाकर स्वच्छता की पड़ताल कर रहे हैं। ऐसे में जब सीएमओ केशव सिंह सगर ने साइकिल से नगर भ्रमण किया तो यह जानकारी निकल कर आई कि 18 कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्होंने लंबे अरसे से सफाई के लिए हाथ में झाड़ नहीं थमी है, और वह काम पर ही नहीं आए। इनमें अंशकालिक, कुशल दोनों तरह की सफाई कर्मचारी शामिल हैं।
कौन कब से सफाई के लिए नहीं आया
नगर पालिका के स्वच्छता अधिकारी योगेश शर्मा ने बताया कि जांच रिपोर्ट में पाया गया कि मिथिलेश 72 महीने से, लता 30 महीने से, दीपा 8 महीने से, दयाराम 12 महीने से, मीनाक्षी 8 महीने से, बादल 8 महीने से, धीरज 12 महीने से, गौतम 48 महीने से काम पर नहीं आए हैं।
इसी तरह से राजू 36 महीने से, सपना 15 महीने से, संजय 12 महीने से, जगदीश 7 महीने से, प्रीति 8 महीने से, दिलीप 6 महीने से, शारदा 12 महीने से, अशोक 5 महीने से, सूरज 2 महीने से और कुंदन हमेशा अनुपस्थित रहने का आदी है।
इन सबकी लापरवाही देखते हुए सीएमओ केशव सिंह सगर ने मध्यप्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल के आदेश अनुसार बिना पूर्व सूचना के लगातार 10 दिन से अधिक काम पर ना रहने वाले कर्मचारी को सेवा से हटाए जाने का आदेश जारी किया है।
लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी
स्वच्छ सर्वेक्षण शहर के लिए बेहद अहम हैं। ऐसे में सफाई कर्मियों की लापरवाही बिल्कुल नहीं बर्दाश्त की जाएगी। हमने 18 कर्मचारियों को सेवा से हटा दिया। - केशव सिंह सगर, सीएमओ, नगर पालिका शिवपुरी