नरेन्द्र सिंह तोमर की NOC के बाद कटा है प्रदेश महामंत्री रणवीर का टिकट-बेटे ने किया दर्द बया

Bhopal Samachar
एक्सरे ललित मुदगल @ शिवपुरी। करैरा के पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा से टिकट की आस लगा रहे थे। भाजपा ने अपनी पहली 39 विधानसभा की सूची जारी की है जिसमें रणवीर रावत का टिकट कट गया। रणवीर रावत को पूरी उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें सबलगढ़ से टिकट अवश्य मिलेगा और उनके राजनीतिक आका नरेन्द्र सिंह तोमर पूरी ताकत उन्हें टिकट अवश्य दिलाएंगे,लेकिन ऐसा नही हुआ। बताया जा रहा है कि रणवीर का टिकट केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की एनओसी के बाद ही कटा है।

टिकट ना मिलने से आहत रणवीर रावत के बेटे आदित्य रावत ने अपने फेसबुक एकाउंट पर अपने पिता रणवीर सिंह रावत के एक फोटो के साथ पिता के टिकट कटने के बाद अपना दर्द बयान किया है। इसके साथ ही आदित्य रावत ने भाजपा की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

यह लिखा नेता पुत्र ने

आज भाजपा संगठन में काम करते हुए 20 वर्ष से अधिक हो गए, 20 साल से अधिक अपने आप को पार्टी के लिए खपा दिया, पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी उसे शत प्रतिशत निभाया, एक समय पर किसान मोर्चा की कोई पहचान नहीं थी परंतु जब कार्य संभाला तो मोर्चे को एक नया आयाम देकर स्थापित किया, पार्टी के महामंत्री के रूप में पार्टी के कार्य के लिए दिन रात प्रवास किए, संभाग के प्रत्येक मंडल में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे, शायद ही किसी ने पार्टी के कार्य के लिए इतनी दौड़ भाग की होगी।

अपने नेता के प्रति सदैव अटल रहे उनके लिए पूरी जी जान से काम किया, 20-20 दिनों बाद में एक या 2 दिन अपने घर पर समय दिया, पूरे राजनीतिक जीवन में कोई आज तक एक कलंक नही लगा सकता, परंतु इसके बावजूद पहले 2018 विधानसभा चुनाव में दरकिनार किया उसमे भी पार्टी के प्रत्याशी के लिए प्रचार किया उसके बाद राज्यसभा के 'चुनाव 'में दरकिनार किया और आज पुनः विधानसभा के चुनाव में नजरअंदाज किया गया, चूंकि सदैव पार्टी लाइन में चले इसलिए पार्टी ने सदैव समझा की ये तो हमारे ही है मना लेंगे आज जिन व्यक्तियों ने पार्टी छोड़कर पार्टी के लिए बुरा भला कहा उन्हे तक वापस बुला कर टिकट दिया गया परंतु पार्टी को हम में योग्यता नहीं दिखी।सहनशक्ति की भी एक सीमा होती है।

जानकारी मिल रही है कि नरेन्द्र सिंह तोमर मुरैना से सांसद का चुनाव लड़ना है और सबलगढ़ विधानसभा भी मुरैना संसदीय क्षेत्र में आती है। सबलगढ़ विधानसभा मे वह बाहरी व्यक्ति को टिकट देने के कारण स्थानीय नेताओं का विरोध नही चाहते थे इस कारण ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री रणवीर रावत के टिकट पर कैंची चली है। भाजपा ने पूर्व विधायक स्व:मेहरवान सिंह रावत की पुत्रवधू सरला रावत को पर पुनः:विश्वास जताते हुए टिकट दिया हैं पिछले विधानसभा में सरला रावत भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ी थी जो बुरी तरह पराजित होकर तीसरे नंबर पर आई थी। यहां बसपा दूसरे नंबर पर रही थी।

रणवीर हारकर भी बाजीगर बनकर उभरते है

राजनीतिक पंडितों को कहना है कि रणवीर रावत का टिकट कटने के कारण वह चुनाव नही लड़ सके। चुनाव लड़कर जीतते तो विधायक बनते,लेकिन रणवीर जब भी टिकट कटता है तो वह हारकर भी बाजीगर बनकर उभरे है सन 2013 में जब रणवीर रावत भितरवार से भाजपा की टिकट के लिए अंडे थे पार्टी ने उन्हें टिकट नही दिया था तो भाजपा को रणवीर रावत को किसान मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। 2018 में पुन सबलगढ़ से टिकट की मांग की,लेकिन फिर टिकट कट गया तो पार्टी ने उन्हें भाजपा प्रदेश महामंत्री का पद देकर उपकृत कर दिया अब 2023 में फिर रणवीर टिकट की बाजी में हार गए अब देखना यह है कि भाजपा अब संगठन में रणवीर को कौन सा पद देती है।