KOLARAS CHUNAV- महेंद्र को महाराज, जितेंद्र को नाथ, वीरेंद्र को तोमर और सुरेंद्र को संघ पर भरोसा, बैजनाथ अधर में

Bhopal Samachar
शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा सीट पर बड़ी रोचक स्थिति बनी हुई है। यहां भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की ओर से दमदार दावेदार सामने आए हैं। सब को विश्वास है कि विधानसभा चुनाव का टिकट उन्हीं को मिलेगा। सब को आश्वासन मिल चुका है और सभी जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। 

महेंद्र को महाराज और जितेंद्र को नाथ की हां

समर्थकों का दावा है कि श्री महेंद्र सिंह यादव को श्रीमंत महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा मंजूरी दे दी गई है। श्री यादव अपने क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि कोलारस विधानसभा क्षेत्र का टिकट श्रीमंत महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा ही फाइनल किया जाएगा और महाराज किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर हां कर ही नहीं सकते। 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक श्री देवेंद्र जैन पत्ते वालों के छोटे भाई एवं समकक्ष भाजपा नेता श्री जितेंद्र जैन के बारे में कई प्रकार की चर्चाएं सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि, भाजपा से श्री महेंद्र सिंह यादव का टिकट फाइनल होता है तो कमलनाथ, श्री जितेंद्र जैन को कांग्रेस पार्टी का टिकट देंगे। उसी समय एक बड़े समारोह के दौरान श्री जितेंद्र जैन कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। सभी स्तर पर चर्चा हो चुकी है। श्री जितेंद्र जैन ने स्पष्ट कर दिया है कि टिकट की शर्त पर ही वह भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होंगे। 

वीरेंद्र को तोमर और सुरेंद्र को संघ पर भरोसा 

कोलारस विधायक श्री वीरेंद्र सिंह रघुवंशी, कुछ समय पहले तक विचलित दिखाई दे रहे थे। सिंधिया समर्थकों ने परेशान कर रहे थे परंतु अब परिस्थिति बदल गई है। श्री नरेंद्र सिंह तोमर के इलेक्शन कमिटी चेयरमैन बनते ही श्री वीरेंद्र सिंह रघुवंशी की स्थिति पहले से अधिक मजबूत हो गई है। 

मड़वासा के श्री सुरेंद्र शर्मा, बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्देशानुसार काम कर रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में तय किया गया था कि यदि तनाव की स्थिति बनी तो सुरेंद्र शर्मा को चुनाव लड़ाया जाएगा। कोलारस की रणनीति में सुरेंद्र शर्मा को महत्व दिया जाता है और 2019 से सुरेंद्र शर्मा को दायित्व दिया गया कि कोलारस में सक्रिय रहे और सुनिश्चित करें कि गुटबाजी के कारण पार्टी को कोई नुकसान ना हो। इस योजना के चलते सुरेंद्र शर्मा ने सभी नेताओं के समर्थकों से संपर्क बनाए रखा है। यह स्थिति चुनाव में सुरेंद्र शर्मा को मजबूत बनाती है। 

बैजनाथ का भविष्य अधर में

सिंधिया समर्थक श्री बैजनाथ सिंह यादव ने श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था परंतु महाराज द्वारा महेंद्र को महत्व दिए जाने के बाद श्री बैजनाथ सिंह यादव कांग्रेस पार्टी में वापस लौट आए। पार्टी में शामिल होने से पहले तक श्री बैजनाथ सिंह यादव की स्थिति काफी मजबूत दिखाई दे रही थी परंतु जो लोग श्री बैजनाथ की तरफ आकर्षित हुए थे अब वह निराश दिखाई दे रहे हैं। कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि पोहरी में धाकड़ के खिलाफ धाकड़ और कोलारस में यादव के खिलाफ यादव खड़ा नहीं करेंगे। श्री प्रकाश शर्मा से पंगा भी श्री बैजनाथ सिंह यादव के कुछ नंबर कम कर गया।