SHIVPURI NEWS- माधव नेशनल पार्क से आ सकती है उम्मीद भरी खबर,अगस्त के माह में आ सकते है नन्हे शावक

Bhopal Samachar
शिवपुरी। शिवपुरी जिले को टूरिज्म बढाने के लिए माधव नेशनल पार्क में टाइगर प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। पार्क में 3 टाइगर लाए गए है,लाए गए टाइगरो में से  एक नर-मादा का जोड़ा वयस्क था, जबकि दूसरी मादा कुछ महीने बाद वयस्क होनी थी। वयस्क नर-मादा टाइगर का जोड़ा बलारपुर के जंगल में बन गया तथा यह जोड़ा काफी समय तक साथ भी रहा है।

यही वजह है कि नेशनल पार्क प्रबंधन इस बात को लेकर पूर्णतः आशान्वित है कि अगस्त माह के मध्य (15 अगस्त) तक मादा टाइगर नन्हें शावकों को जन्म दे सकती है। जिसके चलते माधव नेशनल पार्क प्रबंधन भी उत्साहित है, क्योंकि टाइगर की वंशवृद्धि से ही प्रोजेक्ट की सफलता मानी जाती है।

12 किमी चलकर दोनों मादा पहुंची आसपास

माधव नेशनल पार्क के तीनों टाइगरों के गले में कॉलर आईडी है, जिसके माध्यम से पार्क प्रबंधन उनकी मॉनीटरिंग कर रहा है। सोमवार को दोपहर 1 बजे दोनों मादा जंगल में लगभग 12 किमी का चक्कर लगाकर एक-दूसरे से महज डेढ़ किमी दूर थीं। जबकि नर टाइगर उन दोनों से कुछ दूरी पर ही जंगल में घूम रहा है। उमस भरी गर्मी के बीच टाइगर भी घने जंगल व पानी के किनारे ही रुक रहे हैं।

दूसरी मादा से भी हो चुकी नर की मुलाकात

बाद में जो दूसरी मादा टाइगर को नेशनल पार्क में छोड़ा गया था, वो अब वयस्क हो चुकी है। शुरुआती दिनों में वो अकेली ही नेशनल पार्क के जंगल में तथा सिंध नदी के किनारे पहाड़ी के नीचे गुफा में रुकी रही। पिछले कुछ समय से अब वो मादा भी न केवल नेशनल पार्क में घूम रही थी, बल्कि इस दौरान नर टाइगर से भी उसकी तीन-चार बार मुलाकात हो गई। पार्क के अधिकारी बताते हैं कि नर व मादा टाइगर जब तीन दिन तक एक साथ रहते हैं, तो वंशवृद्धि की उम्मीद होती है।

इनका कहना है
तीनों टाइगर जंगल में पूरी तरह से स्वस्थ हैं तथा 15 अगस्त के बाद खुशखबरी की पूरी उम्मीद है। जो सबएडल्ट मादा नेशनल पार्क में लाई गई थी. वो अब एडल्ट हो गई है।
प्रतिभा अहिरवार, डिप्टी डायरेक्टर माधव नेशनल पार्क