करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा हल्का में पदस्थ पटवारी भानु प्रताप को शिकायतों के चलते करैरा तहसीलदार ने 19 जुलाई को दिनारा से ट्रांसफर कर दिया था। भानु प्रताप की कई शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थी इस कारण यह ट्रांसफर किया गया था लेकिन अब भानू प्रताप अपना ट्रांसफर रूकवाने के लिए वीटो लगवा रहे है वही दिनारा हल्के पर ट्रांसफर किए गए नीरज राजपूत को चार्ज भी नही दे रहे है।
जानकारी के अनुसार पटवारी भानु प्रताप अपना स्थानांतरण रुकवाने के लिए राजनेताओं से संपर्क साधने में लगे हुए हैं,बताना होगा कि सांसद शेजवलकर के द्वारा मिनी बस स्टैंडर्ड स्वीकृत किया गया था। जिसके परिसर एवं परिधि में बहुत अधिक संख्या में अतिक्रमण की शिकायत उन्हें नगरवासियों द्वारा प्रस्तुत की जा रही थी। वही 12 जुलाई को पटवारी द्वारा कोई अतिक्रमण के प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किए गया था। शिकायते भी मिल रही थी कि पटवारी भानू प्रताप के संरक्षण में लगातार बिना डायवर्शन के भवन निर्माण हो रहे थे।
पटवारी भानु प्रताप की लापरवाही को देखते हुए प्रशासन ने दिनारा से हटाकर उनकी जगह नीरज राजपूत का आदेश जारी कर स्थानांतरण कर दिया था लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पटवारी भानु प्रताप में नीरज राजपूत को चार्ज नहीं सौंपा है जिससे हल्का के किसान परेशान बने हुए हैं। सूत्र बता रहे की पटवारी राजनीतिक दलों के नेताओं को साधने में लगे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार पटवारी भानु प्रताप अपना स्थानांतरण रुकवाने के लिए राजनेताओं से संपर्क साधने में लगे हुए हैं,बताना होगा कि सांसद शेजवलकर के द्वारा मिनी बस स्टैंडर्ड स्वीकृत किया गया था। जिसके परिसर एवं परिधि में बहुत अधिक संख्या में अतिक्रमण की शिकायत उन्हें नगरवासियों द्वारा प्रस्तुत की जा रही थी। वही 12 जुलाई को पटवारी द्वारा कोई अतिक्रमण के प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किए गया था। शिकायते भी मिल रही थी कि पटवारी भानू प्रताप के संरक्षण में लगातार बिना डायवर्शन के भवन निर्माण हो रहे थे।
पटवारी भानु प्रताप की लापरवाही को देखते हुए प्रशासन ने दिनारा से हटाकर उनकी जगह नीरज राजपूत का आदेश जारी कर स्थानांतरण कर दिया था लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पटवारी भानु प्रताप में नीरज राजपूत को चार्ज नहीं सौंपा है जिससे हल्का के किसान परेशान बने हुए हैं। सूत्र बता रहे की पटवारी राजनीतिक दलों के नेताओं को साधने में लगे हुए हैं।