SHIVPURI NEWS- सरकारी स्कूल के शौचालय में रखी है भारत माता और सरस्वती माता की तस्वीर

Bhopal Samachar
मोहन सिंह शिवपुरी। कहते है शिक्षक देश के भविष्य का निर्माण करते है,शिक्षक शब्द की अपनी गरिमा है। शि अर्थात शीलवान, क्ष अर्थात क्षमावान और क अर्थात कर्तव्यवान,शिक्षक को गुरु की उपमा दी जाती है और गुरु का दर्जा गोविंद से बडा हमारी संस्कृति ने दिया है। शिक्षा की देवी सरस्वती मां का पूजन करा कर गुरु हमें शिक्षा देते है लेकिन शिवपुरी जिले में एक स्कूल के प्रिंसिपल ने सरस्वती मां की तस्वीर को बाथरूम में जगह दी है इतना ही उसने भारत माता सहित अन्य महापुरुषों की तस्वीरे भी एक कुर्सी पर रख दी है और इस कुर्सी को टायलेट में रख दिया है अब ऐसा कार्य करने वाले शिक्षक बच्चों को क्या अनुशासन,ज्ञान और शिक्षा देगें।

जानकारी के अनुसार शिवपुरी विकासखण्ड में आने वाली ग्राम पंचायत कुगरपुर के बुधवारी गांव में स्थित प्राथमिक विदयालय के टॉयलेट में एक कुर्सी पर पांच तस्वीर एक कुर्सी पर उलटी रखी है इस टायलेट का वीडियो वायरल हो रहा है,कुर्सी पर रखी इन तस्वीरो का कोई देख रहा है तो स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि इन तस्वीरो में रखी सबसे पहली तस्वी भारत माता की है। वही सूत्रो का कहना है कि अन्य तस्वीरो में सरस्वति मॉं,रानी लक्ष्मीबाई, महात्मागांधी, आदि महापुरुषों की तस्वीरे है यह तस्वीरे पिछले कई साल से इस स्कूल में बने टॉंयलेट में रखी हुई है। इस स्कूल के प्रिंसिपल का नाम लखन गिरी बताया जा रहा है।

लखन गिरी की शिकायत जनसुनवाई में की गई थी

बीते मंगलवार को कलेकट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में इस स्कूल के हैड मास्टर की शिकायत स्कूल में पदस्थ शिक्षिका ने की थी। शिकायत में शिक्षिका ने कहा था कि हेंड मास्टर साहब अभद्र व्यवहार करते है। स्कूल समय पर नही खुलता है।

2005 में हुआ था निर्माण-सामान के नाम पर अलमारी भी नही

जानकारी मिल रही है कि इस स्कूल का निर्माण वर्ष 2005 में हुआ था इसके बाद में इसका मेंटिनेश भी कराया गया था इसके बाद में भी इस स्कूल में बारिस में छत से पानी टपकता है यहा तक की बच्चों को बैठने तक कि व्यवस्था नहीं है,स्कूल की हालत यह है कि इसमें पढने के लिए कभी बच्चो आते है तो कभी बच्चे नही आते। स्कूल के आफिस का पूरा का पूरा सामान टॉयलेट में रखा है।

यहा सवाल बडा उठता है कि क्या भारत माता की तस्वीर को रखने के लिए पूरे स्कूल में जगह नही मिली,क्या शिक्षा की देवी का स्थान यह टायलेट हो सकता है किस मानसिकता से इस शिक्षक ने ऐसी हरकत की।

सवाल कई है क्या महापुरूषो की जंयती के दिन ही हम उनकी तस्वीरो पर मालाए चढाऐगें क्या उनके बलिदान की कोई किमत नही। देश की सीमा पर खडा जवान अपनी भारत माता की सुरक्षा लगा सैनिक क्या इसलिए अपनी प्राणो की आहुति देने को तैयार खडा है कि हम अपने सैनिक की आरध्य दैवी भारत माता का ऐसे अपमान करे यह देश द्रोह नही है। अब देखते है शिक्षा विभाग इस शिक्षक पर क्या कार्रवाई करता है।