अतुल जैन @ खनियाधाना। मध्य प्रदेश शासन कितने ही शिक्षा के प्रति प्रयत्न कर ले पर मध्यप्रदेश में शिक्षा का स्तर बढ़ने की जगह गिरता ही जा रहा है और नन्हे मुन्ने बच्चों का भविष्य अंधकार में दिखाई देने लगा है वही आपको बता दें कि खनियाधाना जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक विद्यालय राजा बाग चमरौआ स्कूल के शिक्षक की मनमर्जी से खुलता है।
अगर शिक्षक को समझ में आया कि आज स्कूल खोलना है तो स्कूल खोल लिया जाता है और अगर शिक्षक के मन में आया कि आज स्कूल नहीं खोला है तो फिर बच्चे स्कूल के बाहर बैठे बैठे इंतजार करते रहते हैं और शासकीय प्राथमिक विद्यालय राजा बाग चमरौआ का स्कूल नहीं खुलता है ऐसे ही आज ग्रामीणों के द्वारा हमारी टीम को सूचना दी गई थी।
शासकीय प्राथमिक विद्यालय राजा बाग चमरौआ का स्कूल नहीं खुला है और बच्चे स्कूल समय से ही दोपहर 3 बजे तक शिक्षक के आने का इंतजार कर रहे हैं और स्कूल बंद है जब हमारी टीम ने विद्यालय पहुंचकर छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों से स्कूल के शिक्षक सुभाष जैन का पूछा तो बच्चों ने बताया कि शिक्षक आते ही नहीं हैं और करीब तीन.चार दिन से विद्यालय खुला ही नहीं है।
बच्चों से बात करने के बाद जब स्थानीय लोगों से बात की तो स्थानीय लोगों का भी यही कहना था कि यह विद्यालय के शिक्षक मनमर्जी के मालिक है जब मर्जी में आया तो स्कूल खोल लेते है अगर मन में आए कि स्कूल नहीं खोलना है तो नहीं खोलते हैं ऐसे ही आज स्कूल नहीं खुला है और इसके करीब दो तीन दिन पहले से भी स्कूल बंद है ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी की पर शिक्षा विभाग के कोई भी अधिकारी कार्यवाही नहीं करते हैं ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति की पोल खुलती नजर आ रही है।