SHIVPURI NEWS- दलित महिला सरपंच को घाव देने वालो को मानसिकता का नामकरण, भाजपा-कांग्रेस की, आप ही समझ ले

Bhopal Samachar
शिवपुरी। चुनावी साल है इस मानसून की बारिश के साथ साथ नेताओं के बयान भी बरसना शुरू हो गए है,मामला कोलारस की जनपद पंचायत पहाड़ी की दलित महिला सरपंच की मारपीट के बाद पहुंचे भाजपा और कांग्रेस ने बयान दिया है। दोनों ही दलों के नेता दलितों का हमदर्द बताते हुए उसके घावों के देने वालों को कानून नाम के अतिरिक्त नया नाम दे आए।

पहले समझे मामले को  

16 जुलाई की शाम ग्राम पहाड़ी के दबंग धर्मवीर यादव ने ग्राम पंचायत की सरपंच गीता जाटव से कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाने का प्रयास किया था। जब गीता ने ऐसा करने से मना कर दिया तो धर्मवीर यादव, रामवीर यादव, मुलायम यादव ने गीता जाटव को सरेराह जूते-चप्पलों से पीटा और कीचड़ में घसीटा। तेंदुआ थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

कांग्रेस ने कहा कि सरपंच कांग्रेस समर्थित है

16 जुलाई की इस घटना को लेकर बुधवार को दोनों ही दल के नेता गीता जाटव के पास पहुंचे। सबसे पहले कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय सिंह चौहान ने यह बताने का प्रयास किया कि वह कांग्रेस समर्थित सरपंच है और उसके ऊपर किया गया अत्याचार भाजपा सरकार की फेल कानून व्यवस्था तथा दलित उत्पीड़न को दर्शाता है। विजय सिंह चौहान ने तीनों आरोपियों को भाजपा समर्थित बताया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य ने कहा आरोपी है कांग्रेस के

जब कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बयान सामने आया तो भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य भी अस्पताल में सरपंच गीता से मिलने पहुंचे। उन्होंने आरोपियों को कांग्रेसी घोषित कर दिया। उनका कहना था कि कांग्रेस एक तरफ तो दलितों की बात करती है और दूसरी तरफ उन पर अत्याचार करती है। कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। उन्होंने इस मामले में प्रकरण दर्ज किए जाने और आरोपियों की गिरफ्तारी को भाजपा सरकारी उपलब्धि साबित करने में भी कोई चूक नहीं की।

दलित सरपंच की नही पता वही मारपीट करने वाले कांग्रेसी या भाजपाई

कांग्रेस और भाजपा के आरोपों के बीच जब गीता जाटव से यह जानने का प्रयास किया कि वह किस पार्टी के समर्थन से नेता बनीं हैं और आरोपित किस पार्टी के नेता हैं तो वह कोई जवाब ही नहीं दे पाई। उन्हें तो सिर्फ इतना पता था कि उसे धर्मवीर, रामवीर और मुलायम ने मारा है।

निष्कर्ष:मानसून में बारिश के साथ नेताओं के बयान भी बरसन शुरू हो गए। मारपीट की गई-देश के कानून ने अपना काम किया सरपंच के रिपोर्ट पर पुलिस ने नाम दर्ज रिपोर्ट की और आरोपियों को गिरफ्तार किया। अब नेताओं की बारी कीचड़ उछालनी थी किस पर उछाले-कांग्रेस ने भाजपा पर फेंक दी,इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस की ओर उछाल दी,लेकिन सरपंच को नही पता कि आरोपी किस दल के थे।