SHIVPURI NEWS- नरवर किले को बचाने कलेक्टर और SDM सहित 4 अधिकारियों को नोटिस जारी

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। पर्यटन के नक्शे पर तेजी से अपनी पहचान बनाते जा रहे राजा नल की नगरी में पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से नहरों, तालाबों, बावड़ियों सहित कई जल स्रोतों का निर्माण कराया गया था। इन ऐतिहासिक जल स्रोतों पर पिछले चार साल में तेजी से अतिक्रमण बढ़ा तो न सिर्फ यह नहर, तालाब और बावड़ियां अपने प्राकृतिक स्वरूप को खोते चले गए बल्कि कई जल स्त्रोत तो समूल नष्ट हो गए।

इसी के चलते नरवर के जितेंद्र चौरसिया व देवेंद्र चौरसिया इस पूरे मामले को अपने अभिभाषक अभय जैन के माध्यम से न्यायालय में ले गए। नहर पर कब्जे के मामले में जहां उन्होंने एनजीटी की शरण ली तो तालाब के किनारे की विक्रय से वर्जित जमीन क्रय कर वहां अवैधानिक रूप से पूर्व नपं अध्यक्ष मनोज माहेश्वरी के बेटे गोविंद माहेश्वरी द्वारा रिसोर्ट बनाकर लखना तालाब पर कब्जा करने के मामले में लोकोपयोगी अदालत में शिकायत दर्ज कराई गई। एनजीटी न्यायालय व लोकोपयोगी अदालत ने कलेक्टर, करैरा एसडीएम, नरवर तहसीलदार व नगर पंचायत सीएमओ को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

तीन अगस्त को होगी अगली सुनवाई एनजीटी ने जहाँ नहर पर कब्जे के मामले में केस क्र. 484/2023 दर्ज कर लिया है। तालाब पर कब्जे के मामले में लोकोपयोगी अदालत में 3 अगस्त को सुनवाई होना है।

नरवर के रहने वाले देवेन्द्र ने बताया कि मेरे द्वारा नहर पर अतिक्रमण के मामले की शिकायत एनजीटी में तो विक्रय से वर्जित जमीन को अधिकारियों से सांठगांठ कर खरीदने के बाद तालाब पर कब्जा करने के मामले में व अवैधानिक रूप से रिसोर्ट बनाने की शिकायत लोकोपयोगी अदालत में दर्ज कराई गई थी। वहां से अधिकारियों को जवाब तलब किया गया है। इसी के बाद नप द्वारा अतिक्रमण को नोटिस जारी किए गए हैं।

नरवर के राजा द्वारा तत्समय अपने किले की रक्षा के लिए किले के चारों तरफ नहर बनवाई थी। इस नहर पर कब्जे की स्थिति को समझाने के लिए परिवादी ने एनजीटी में नहर की सैटेलाइट इमेज प्रस्तुत की। वर्ष 2019 व वर्ष 2023 तक की इमेज ने नहर पर कब्जे की स्थिति को खुद व खुद बता दिया। वहीं तालाब पर कब्जे की स्थिति को भी सेटेलाइट इमेज के माध्यम से ही न्यायालय के समक्ष रखा गया। यह इमेज बताती है कि नरवर में पिछले चार सालों में बेतहाशा अतिक्रमण किया गया है।

एनजीटी ने जिम्मेदार अधिकारियों को जब नहर पर कब्जे के मामले में तलब किया तो नगर पंचायत द्वारा नहर पर कब्जा करने वाली करीब डेढ सौ लोगों को नोटिस जारी कर दिए। जवाब न देने और संतुष्टि पूर्ण जवाब न देने की स्थिति में कार्रवाई की बात कही गई है।

रिसोर्ट में कई पुरातात्विक महत्व की सामग्री

शिकायतकर्ता देवेंद्र चौरसिया ने इस बात की भी आशंका जाहिर की है कि पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मनोज माहेश्वरी के बेटे द्वारा रिसोर्ट मैं गेट, पत्थर से बनी हुई कई मूर्तियों सहित तमाम ऐसी चीजें ऐसी लगाई हैं जो पुरातात्विक महत्व की हैं और संभवत: नरवर किले या किसी अन्य स्थान से लाकर लगाई गई हैं। यदि आर्कियोलॉजिस्ट इस रिसोर्ट में लगे पत्थर व अन्य सामग्री की जांच करे तो यह मामला पुरातात्विक महत्व की सामग्री की चोरी का बन सकता है।

रिसोर्ट में इस तरह की पुरातत्व महत्व के गेट व मूर्ति आदि का उपयोग हुआ है। नहर पर अतिक्रमण के मामले में एनजीटी ने केस दर्ज कर लिया है। इसमें हमने कलेक्टर व एसडीएम को पार्टी बनाया था। इस मामले में अब न्यायालय में प्रशासन का पक्ष आने के उपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं जमीन का डायवर्सन कराए बिना अवैधानिक रूप से रिसोर्ट बनाने व तालाब को अतिक्रमण की चपेट में लेने के मामले में लोकोपयोगी अदालत में तीन अगस्त को सुनवाई होनी है। - अभय जैन, एडवोकेट