विवेक यादव @ दिनारा। खबर शिवपुरी जिले के करैरा अनुविभाग के दिनारा थाना सीमा की थनरा चौकी की सीमा में आने वाले गांव सेमरा गांव में रहने वाले संजय की मौत बीते रोज झांसी के मेडिकल कॉलेज मे इलाज के दौरान हो गई। संजय की मौत के 24 घंटे बाद उसके मोबाइल से एक वीडियो निकला है जो उसकी मौत की कहानी को बया कर रहा है।
अगर इस वीडियो को देखे तो संजय ने अपने बॉस की प्रताडना से प्रताड़ित होकर सुसाइड किया है,सजंय शर्मा ने जहर का सेवन किया है जिससे उसकी मौत हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी कि अनुसार संजय शर्मा ने 19 जुलाई की शाम को जहर का सेवन किया है परिजन उसे झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां देर रात्रि संजय की मौत हो गई। बताया गया है कि इस मामले में संजय का पीएम भी नही हुआ है।
संजय की मौत के बाद एक 5 मिनट का वीडियो वायरल हो रहा है इस वीडियो के शब्द ही सशब्द प्रकाशित कर रहे है।
मुझे माफ करे मेरा नाम संजय शर्मा है में जाने से पहले एक बात कहना चाहता हूं कि मैं आमोलपठा जननी का पायलट हूं आमोल का रहना वाला प्रतिभाओं ने मेरी चूगली डीएम साहब से कर दी। और डीएम प्रतिभान के हाथ में रहता है। डीएम साहब ने मेरे से 10 हजार रुपए मांगे। मै झूठ नही बोलूंगा,मैंने कहा सर जी इस माह मेरी पगार 8 हजार रुपए आई है। मेरे अपने माता पिता का इकलौता सहारा हूं और 8 हजार रुपए में से 6 हजार रुपए पिताजी की दवाइयों का खर्चा है और 2 हजार रुपए का घर का राशन आता है में दस हजार रुपए कहां से लाउंगाा। डीएम साहब ने मुझे नौकरी से हटा दिया और अन्य ड्राइवर से कहकर मुझे कोतवाली में बंद करा दिया लेकिन कोतवाली वाले भले आदमी थे उन्होने मुझे छोड दिया।
मेरे जाने से पहले यह वीडियो माननीय शिवराज सिंह तक पहुंचनी चाहिए। में तो चला जाऊंगा लेकिन इस गुप्ता को फांसी होनी चाहिए। में इस गुप्ता का नाम नही जानता हूं लेकिन यह एंबूलैंस अधिकारी है,में तो जा रहा हू सबको राधे राधे,जय बागेश्वर धाम की अगर बागेश्वर धाम सच्चे होेगें तो इस गुप्ता को सजा अवश्य मिलेगी।
इस गुप्ता ने मुझे घर से दूर कर दिया,मेरे गांव और गांव की गलियो से दूर कर दिया। मेरी मौत का कारण यह गुप्ता ही है इसने ही मुझे मेरी मां से अलग कर दिया है। मै अपने मां बाप का इकलौता सहारा हूं। मेरी मौत का कारण गुप्ता ही है और इसने 10 हजार रुपए के कारण मुझे मेरे मां बाप से अलग कर दिया।
बताया जा रहा है कि मृतक संजय शर्मा आमोलपठा जननी का पायलट था और यह एंबूलेस जय अम्बे कंपनी की है जिले में 40 गाडिया इस कंपनी जिले में चलती है। इस घटनाक्रम यह सिद्ध होता तो की जननी एक्सप्रेस जो सरकारी फ्री सुविधाएं प्रसूताओं के लिए दे रही है उसमें ड्राइवरों से वसूली की करवाई जाती है,फिर कंपनी के डीएम स्तर के अधिकारी ड्राइवरों से वसूली करता है। मृतक पायलट का मरने से पूर्व बनाया गया वीडियो जीता जागता प्रमाण है। मृतक जिस डीएम सर का नाम ले रहा है वह जय अंबे कंपनी का जिला प्रबंधन डीएम अंकित गुप्ता है।
वहीं इस मामले को थनरा चौकी पुलिस को कोई जानकारी नही है चौकी प्रभारी नीरज राणा का कहना है कि ऐसा कोई मामला हमारे संज्ञान में नही आया है अगर परिजन शिकायत करते है तो कार्रवाई की जाऐगी।
इस मामले को लेकर कंपनी के डीएम अंकित गुप्ता का कहना था कि पायलट को नौकरी से नही निकाला गया है उसको भ्रम हुआ था वही पायलट का पोइट अमोलठा अस्पताल पर था और वह अपनी गाडी को अपने घर अस्पताल से 40 किलोमीटर दूर खडी करता था। वह शराब का सेवन भी करता था उसे समझाइस दी गई थी। अंकित गुप्ता ने यह स्वीकार किया है कि मृतक संजय शर्मा की मौत जहर खाने से ही हुई है।