शिवपुरी। नए शैक्षणिक सत्र शुरू हुए अभी एक महीना भी नहीं हुआ, लेकिन जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान स्कूल बंद मिलने व शिक्षकों के नियमित उपस्थित न होने की शिकायतें सामने आई हैं। जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने इसे गंभीरता से लेते हुए मॉनिटरिंग अमले में शामिल सीएसी, बीएसी, बीईओ व बीआरसीसी सहित संकुल प्राचार्यों की न केवल जबाबदेही तय कर दी है बल्कि उन्हें प्रत्येक दिन सतत रूप से स्कूलों के निरीक्षण का टारगेट भी सौंप दिया है।
इन सभी को निर्देशों के मुताबिक निर्धारित संख्या में स्कूलों का निरीक्षण करना होगा और रिपोर्ट डीईओ को सौंपनी होगी, जिसके बाद लापरवाही बरतने वालों पर तत्काल व सीधी कार्रवाई की जाएगी।
किसे कितने निरीक्षण की जवाबदेही
जन शिक्षा केंद्र स्तर पर तैनात सीएसी व विकासखंड स्तर पर तैनात बीएसी को अपने क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 10:30 पर एक स्कूल और शाम 4:30 बजे किसी अन्य स्कूल का निरीक्षण कर प्रतिवेदन बीआरसीसी के माध्यम से डीईओ को भेजना होगा।
-सभी बीआरसीसी प्रत्येक कार्यदिवस पर निर्धारित निरीक्षणों के साथ-साथ सीएसी, बीएसी द्वारा किए गए विद्यालयों के निरीक्षण की वर्चुअल व आफ लाइन मानीटरिंग करेंगे। यानि इनके द्वारा किए गए निरीक्षण वाले स्कूलों की क्रॉस चैकिंग कर डीईओ कार्यालय के निरीक्षण प्रकोष्ठ को अगले दिन रिपोर्ट सौंपेंगे।
इसी तरह बीईओ व संकुल प्राचार्य प्रत्येक दिन दो हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल का निरीक्षण कर रिपोर्ट डीईओ को सौंपेंगे। इन निरीक्षणों के बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यदि कोई शाला बंद पाई गई ,अनियमित संचालन मिला या बिना सूचना के शिक्षक अनुपस्थित मिला तो प्राथमिक माध्यमिक स्कूल के लिए संबंधित सीएसी जबकि हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल के लिए संबंधिित संकुल प्राचार्य की जबाबदेही तय की जाएगी।
इनका कहना है
जिले के सभी स्कूलों की मॉनिटरिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सीएसी, बीएसी से लेकर संकुल प्राचार्य तक को प्रतिदिन न्यूनतम निरीक्षण के टारगेट दिए हैं, साथ ही जबाबदेही भी तय की गई है। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
समर सिंह राठौड़,डीईओ, शिवपुरी