शिवपुरी। इस मानसून में जिले के कई क्षेत्रों से तिरपाल के सहारा लेकर मुर्दो का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। अंतिम संस्कार हिन्दू धर्म की मान्यताओं में अंतिम 16वां संस्कार है,इस संस्कार में धर्म अनुसार मुक्ति का उपाय छुपा हुआ है,लेकिन जिले में मरने के बाद भी मुक्ति नही मिल रही है,कारण हमारे अधूरे पड़े मुक्ति धाम। धामो पर टीन शेड नही है इस कारण बरसते पानी में तिरपाल लगाकर परिजन अपनो को मुक्ति दिलाने का प्रयास कर है।
शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र बडौदी से एक वीडियो वायरल हुआ था कि मृतक अनारी यादव का परिजन तिरपाल के सहारे बरसते पानी में अंतिम संस्कार करने का प्रयास रहे है। यह वीडियो हमारे और शहर की सरकार को डूब मरने वाली बात थी कि आजादी के 75 साल भी हम एक मुक्तिधाम नही बना सके। इससे पूर्व पोहरी से और करैरा से भी एक वीडियो वायरल हुआ था।
शिवपुरी नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 16 में स्थित बडौदी के मुक्तिधाम के लिए वर्ष पूर्व 15 लाख रुपये का बजट सेशन हुआ था। तत्समय मुक्तिधाम के नाम पर क्षेत्र में लाखों रुपये का बजट खर्च किया था। इस पूरे मामले में जब पार्षद गोविंद शिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्होंने 2014 में 15 लाख रुपये की नोटशीट तैयार करवाई थी, परंतु जब वह मुक्तिधाम का काम करवा रहे थे तभी उन पर केस दर्ज हो गया। इस कारण वह अधूरा रह गया। उन्होंने साल भर पहले नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा को आवेदन देकर इस मुक्तिधाम को पूरा करवाने की गुहार भी लगाई थी, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
इनका कहना है।
मामला मेरे संज्ञान में आ गया है, मैंने वहां सर्वे करवा कर एक छोटा मुक्तिधाम बनवाने के संबंध में निर्देश दिए हैं, इसके अलावा जल्द ही टेंडर कर बड़ा मुक्तिधाम भी बनवाया जाएगा। इसके अलावा शहर के अन्य मुक्तिधामों को भी संरक्षित और सुंदर बनवाया जाएगा। इसके अलावा मुझे गोविंद शिकारी या किसी अन्य ने किसी भी तरह का कोई आवेदन मुक्तिधाम के संबंध में नहीं दिया है।
गायत्री शर्मा, अध्यक्ष नगर पालिका शिवपुरी