SHIVPURI NEWS- गीता पब्लिक स्कूल की मजबूत नींव के कारण ही 20-21 साल के छात्र बन रहे हैं अफसर

Bhopal Samachar
शिवपुरी। गीता पब्लिक स्कूल के एक ही बैच के 4 विद्यार्थियों भागेश सोनी, देव शर्मा, अंजली अग्रवाल, हर्षिता ओझा ने हासिल किए सरकारी पद,एक समय होता है जब छोटे नन्हे मुन्ने बच्चे अपने माता-पिता की उंगली पकड़कर एडमिशन के लिए स्कूल आते हैं, वह दिन न केवल बच्चे के लिए बल्कि माता-पिता के लिए भी खास होता है। और एक समय वह होता है जब वही नन्हे मुन्ने बच्चे बड़े होकर ऑफिसर बनकर स्कूल मिलने आते हैं। वह दिन विद्यार्थी, माता-पिता व स्कूल के लिए गौरव की बात होती है। शायद ही इन दो दिनों से बढ़कर कोई दिन हो।

6 डॉक्टरों के बाद अब एक ही बैच के 4 विद्यार्थियों जिनके नाम हैं भागेश सोनी पुत्र श्री मुकेश रानी सोनी , देव शर्मा पुत्र श्री चतुर्भुज सुनीता शर्मा, अंजलि अग्रवाल पुत्री श्री कैलाश नारायण गीता अग्रवाल, हर्षिता ओझा पुत्री श्री  मंगल सिंग मंजू ओझा ने सरकारी पद प्राप्त किए हैं। विद्यार्थियों की सफलता में जहां उनकी अटूट मेहनत है, वही उनकी सफलता में उतना ही अधिक योगदान उनके माता-पिता के त्याग, मेहनत, स्नेह व सहयोग का भी है।

भागेश सोनी की केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के कस्टम डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति हुई है। भागेश ने SSC CGL एग्जाम क्लियर किया है। देव शर्मा ने SSC stenographer का एग्जाम क्लियर किया है उसकी मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में कंट्रोलर जनरल आफ डिफेंस अकाउंट्स के पद पर नियुक्ति हुई है। अंजली अग्रवाल ने एसएससी स्टेनोग्राफर का एग्जाम क्लियर किया है और उसकी नियुक्ति डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज इन फाइनेंस मिनिस्ट्री में पर्सनल असिस्टेंट के पद पर हुई है।

हर्षिता ओझा ने SSC stenographer एग्जाम क्लियर किया है और उसकी नियुक्ति रेल मंत्रालय में स्टेनोग्राफर की पोस्ट पर  हुई है। भागेश सोनी जिसकी उम्र मात्र 20 वर्ष है और बाकी विद्यार्थी भी 20 से 21 वर्ष की आयु के हैं। जहां विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में वर्षों लग जाते हैं वही इन विद्यार्थियों ने 20 से 21 वर्ष की उम्र में  पहले अटेंप्ट में ही सरकारी पद को हासिल कर सभी को गौरवान्वित किया है।

स्कूल प्रबंधन का मानना है कि विद्यार्थियों की इस सफलता से न केवल उनके माता-पिता व स्कूल का नाम रोशन हुआ है बल्कि अलग अलग सरकारी विभागों में पदस्थ होकर स्कूल के विद्यार्थी अपनी पूरी लगन से काम करके देश का नाम भी रोशन करेंगे। स्कूल प्रबंधन प्रारंभ से ही विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा अग्रसर रहा है और रहेगा।