SHIVPURI NEWS- कालामढ की महाविद्यालय की जमीन पर आवासीय पट्टे देने का वादा किया है सीएम शिवराज ने

Bhopal Samachar
शिवपुरी। मप्र के मुखिया शिवराज सिंह का हाल में दिया गया एक बयान चर्चा का विषय बन गया है कि किसी को बेघर नही किया जायेगा,इस बयान की उपज बैराड़ नगर परिषद कालामढ धोरिया रोड पर सैकड़ों बीघा चरनोई भूमि पर आमजन ने अतिक्रमण कर मकान बना लिए है। कालामढ का जमीन काण्ड कालामढ का काला सच के नाम से मीडिया में सुर्खियां बना चुका है।

कालामढ की सैकड़ों बीघा जमीन पर सैकड़ों लोगो ने मकान बना लिए है। कुछ लोगो ने इस जमीन पर अतिक्रमण कर अपने मकान बना लिए हैं वही कालामढ के कुछ सरकारी नंबरो ने कागजों में हेराफेरी कर बेच दिया है। कालामढ के अतिक्रमको ने पोहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और राज्य मंत्री सुरेश राठखेडा के नेतृत्व में भोपाल जाकर सीएम शिवराज राज सिंह चौहान से जाकर मुलाकात की और कहा कि हमारे मकान तोड़े जा सकते है। इस पर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि किसी को बेघर नहीं किया जाएगा,सभी को आवासीय पट्टे दिए जाऐंगें।

प्रशासन की हिटैची कभी भी चल जाती है यहां

नालागढ़ हल्का क्षेत्र के सर्वे नंबर 571 की शासकीय चरनोई भूमि में कुछ भू माफियाओं एवं ग्रामीणों द्वारा कई मकान अतिक्रमण कर बना लिए गए। जिन पर सदैव ही प्रशासन की गाज गिरती रही है। इसका कारण यह है कि उक्त जमीन शासकीय होकर महाविद्यालय एवं स्वास्थ्य विभाग के पोस्टमार्टम रूम एवं अन्य प्रयोजन के लिए आरक्षित है।

जिस पर अतिक्रमण कर सैकड़ों मकान बन गए हैं। जिन्हें प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं करने एवं नगर परिषद के शासकीय रिकॉर्ड में अंकित नहीं करने के शासन एवं न्यायालय के आदेश होने के बाद उक्त जमीन पर निर्माण नहीं हो पा रहे थे।

उक्त पीड़ा से परेशान ग्रामीणों ने राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री से भेंट कर उक्त शासकीय जमीन को आबादी भूमि घोषित कर उन्हें पट्टे दिलाए जाने की मांग की जिस पर सीएम ने बने मकान नहीं टूटने एवं बेघर नहीं होने का आश्वासन दिया है।

वहीं कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. राम दुलारे यादव ने इसे चुनावी स्टंट बताते हुए कहा कि उक्त भूमि शासकीय खसरे में महाविद्यालय के नाम अंकित होकर उक्त भूमि को खाली कराए जाने हेतु हाई कोर्ट में प्रकरण पंजीबद्ध है।