शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में चार टैंकर चोरी के मामला अभी तक ठंडा नही हुआ था कि अब जाली चोरी का मामला प्रकाश में आया है। यह जालिया कोरोना काल में कोविड 19 पॉजिटिव मरीजों के बहार लगाने के लिए आनन फानन में खरीदी गई थी,इन जालियों की कीमत 10 लाख रुपए बताई जा रही है। वही नगर पालिका से जाली खरीद की फाइल भी गायब है।
नगर पालिका के प्यून के आवेदन पर दर्ज मामला
जानकारी के अनुसार मोहन सिंह (50) पुत्र ख्याली कुशवाह निवासी पुरानी शिवपुरी जो नगर पालिका में प्यून के पद पर पदस्थ है मोहन सिंह ने कोतवाली थाना पुलिस को एक आवेदन दिया है जिसमें उल्लेख है कि वर्ष 2020-21 में कोरोना काल में बेरीकेड के लिए जालियों का निर्माण कराया गया था तो कोरेंटाइन के लिए लगाई गई थी उसके बाद सभी जालियों को सिटी प्लाजा, पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस एवं विभिन्न स्थानों पर रखी थी।
मंगलवार को सीएमओ ने लिया मामला संज्ञान मे
जानकारी मिल रही है कि शिवपुरी की मीडिया द्धारा 10 लाख की जालिया चोरी का मामला उठाया गया था। मीडिया ने प्रकाशित किया था कि टैंकर चोरी के बाद नगर पालिका शिवपुरी से 10 लाख की जालिया भी चोरी हो चुकी है। नगर पालिका सीएमओ केशव सिंह सगर ने नगर पालिका में जालियो की खरीदी की फाइल की तलाश की,लेकिन फाइल नही मिला। सीएमओ को बताया गया कि आपातकालीन बजट से जालिया खरीदी गई थी,भुगतान कलेक्ट्रेट से हुआ था इसलिए फाईल वही है।
नगर पालिका के रिकॉर्ड में नहीं है जालिया
बताया जा रहा है कि उक्त जालिया नगर पालिका के स्टाक रजिष्टर में नही चढी है,लेकिन कोरोना काल में यह जालिया आनन फानन कोटेशन के माध्यम से खरीदी गई थी । इन लोहे की जालियों से कोरोना काल में कोविड 19 के पॉजिटिव मरीजों के घरो को क्वारटेन करने के लिए उपयोग में लिया जाता था लेकिन कोरोना काल खत्म तो जालिया भी गायब हो गई,इन गायब हुई जालियों को तलाश करने का टास्क नगर कोतवाल के पास है।