बदरवास। देश में ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम के कारण आमजन को समय की बचत हुई है,देश में तेजी से ऑनलाइन पैसा घूमने लगा,लेकिन ठगो ने इस सिस्टम पर नजर मारी और आपके खातों में सेंधमारी शुरू कर दी है इस सेंधमारी में खाते धारक का तो खाता खाली हो रहा है साथ में प्रकाश आदिवासी जैसे निर्दोष को जेल जाना पडा है। बदरवास जनपद की ग्राम पंचायत दोहा के ग्राम दीवट के आदिवासियों के खातों में सैकड़ों बार पैसा ट्रांसफर हुआ है। पुलिस को जांच में आधा करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन मिला है।
पुलिस अनुसंधान में सामने आए सबूत के मुताबिक बांसवाड़ा के संजय गांधी से शैल्बी अस्पताल अहमदाबाद में इलाज का झांसा देकर प्रकाश के खाते में 1 लाख 4 हजार रुपए ट्रांसफर कराए थे। एक्सिस बैंक कोलारस से मिली डिटेल के मुताबिक प्रकाश के खाते में कुल 3 लाख 59 हजार 973 रुपये आए थे। धोखेबाजों ने इसमें से 34 रुपए पूरी राशि छोड़ हड़प ली। इसके लिए उनके 57 ट्रांजिशन प्रोटेक्शन शामिल हैं।
इसी तरह कल्ला सहरिया के खाते में 3 लाख 39 हजार 756 रुपए, कविता के खाते में 4 लाख 12 हजार 133 रुपए, शिवकुमारी आदिवासी के खाते में 2 लाख 76 हजार 944 रुपए, सिंनामम के 1 लाख 92 हजार 249 रुपए और अमर सिंह के खाते में 2 लाख 42 हजार 750 रुपए धोखेबाज़ों ने जालसाज़ी के लिए और लगभग पूरी रकम निकाल ली। 200-300 रुपए दिहाड़ी की नौकरी करने वाले इन आदिवासियों को इस बारे में कुछ पता नहीं लगा।
कल्ला के खाते से कुल 56 ट्रांजेक्शन, कविता के 76, शिवकुमारी के 45, सिन्नाम के 25 और अमर सिंह के 34 ट्रांजेक्शन हुए है। आदिवासियों के खातों से हुए ट्रांजेक्शन की संख्या और कुल राशि का पता लगाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 16 आदिवासियों के खातों सहित प्रकाश के खाते का उपयोग इस धोखाधड़ी में हुआ है।
इंदार थाना क्षेत्र के दिनेश कुशवाहा और दिलीप कुशवाह बरोदिया और पिरोठ के राहुल कुशवाह ने आदिवासियों के खाते धोखाधडी के लिए खुलवाए थे। हालांकि पुलिस की पकड़ से यह तीनो अभी दूर है। इनके गिरफ्त में आते ही इस आनलाइन ठगी गिरोह के तार से तार जुड जाऐेगें। इन आरोपियों की धरपकड़ के लिए मौजूदा राजस्थान की साइबर टीम कोशिश कर रही है।
इस बीच बांसवाड़ा में दायर प्रकाश की जमानत याचिका की सुनवाई आज न्यायालय में लगी है।इसके लिए शिवपुरी पुलिस आर्थिक और कानूनी सहायता प्रदान कर रही है। बांसवाड़ा भी पुलिस अब इसमें सहयोग कर रही है। इस जमानत याचिका पर गुरुवार को सुनवाई होने की अनुमान है। उल्लेखनीय है कि धोखेबाजों के शिकार बने प्रकाश को बांसवाड़ा पुलिस ने गत 14 मई को धोखेबाजों का साथी मानकर गिरफ्तार किया था। तब से प्रकाश जेल में बंद है।
प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश में पुलिस की जांच में मामला की पोल खुलीं तो इस ऑनलाइन फ्रॉड गैंग का खुलासा हुआ, जिसने इन आदिवासियों के खाते का सहारा लेकर 65 लाख 67 हजार रुपये का चूना आम लोगों को लगाया है। बांसवाड़ा के संजय गांधी के अलावा किसी अन्य व्यक्ति ने धोखाधड़ी की शिकायत नहीं की है। शिवपुरी पुलिस ने मुंबई की मदद से धोखे के शिकार लोगों की पहचान की कोशिश की है।