पोहरी। मध्यप्रदेश विधानसभा आम चुनाव 2023 आने में अभी वक्त है लेकिन पार्टियों और उनके दावेदारों ने हुंकार भर दी है, ना केवल दावेदारों ने हुंकार भरी है बल्कि उनके समर्थकों ने भी पूरे जोश के साथ और एकजुटता के साथ मैदान में आकर अपने नेता के लिए एकजुटता का संदेश देना शुरू कर दिया है।
खबर पोहरी विधानसभा क्षेत्र से है यहां भी वही स्थिति है, हर एक विधानसभा में हर एक राजनीतिक दल से एक अनार सौ बीमार की स्थिति बनी हुई है, सभी पार्टियों में दावेदारों की एक लंबी फेहरिस्त है पोहरी विधानसभा क्षेत्र से भी भारतीय जनता पार्टी , कांग्रेस में दावेदारों की कमी नहीं है ।
नगर परिषद बैराड़ के गोल पहाड़ियां स्थित मंदिर पर पोहरी विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों युवाओं ने एकत्रित होकर कांग्रेस नेता और पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रदुमन वर्मा के समर्थन में एक मीटिंग का आयोजन किया । इस मीटिंग में युवाओं ने जमकर क्षेत्रीय विधायक सुरेश धाकड़ को कोसा, युवाओं ने हुंकार भरते हुए कांग्रेस नेता प्रदुमन वर्मा को चुनाव में पूरी तरह से समर्थन देने का ऐलान किया , उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि यहां पर वही युवा टीम उपस्थित है जिन्हें किसी से भी डर नहीं लगता जिन लोगों को किसी से डर लगता है वह इस मीटिंग में आए ही नहीं हैं और हम डरे भी क्यों क्योंकि 206 हड्डियां और खून सब में समान है ।
हमने एक ही व्यक्ति को 5 साल में दो बार चुनकर विधानसभा पहुंचाया है लेकिन उस व्यक्ति ने आज तक युवाओं को बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दी है । युवाओं की एकजुटता आने वाले वक्त में भारतीय जनता पार्टी और अघोषित प्रत्याशी सुरेश धाकड़ राठखेड़ा के लिए मुसीबत बन सकते हैं क्योंकि यह वही युवा टीम है जिसने 2018 में और 2020 में दो दोनों ही बार सुरेश धाकड़ के लिए जमीनी स्तर पर अपना पसीना बहा कर जीत दर्ज कराने में अहम भूमिका निभाई है।
हालांकि जिन प्रदुमन सिंह वर्मा के समर्थन में युवाओं ने एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया है अभी उनका भी टिकट तय नहीं माना जा रहा है , माना जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी से आने वाले कैलाश कुशवाहा को कांग्रेस अपना उम्मीदवार बना सकते हैं लेकिन कांग्रेस की ओर से प्रबल दावेदारों में प्रद्युमन वर्मा का नाम सबसे ऊपर है ।
इसी युवा टीम में वे सभी युवा शामिल थे जो कहीं ना कहीं बीते समय में राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ के बड़े सुपुत्र जीतू धाकड़ की टीम में शामिल थे और उन्होंने जीतू के साथ मिलकर अपना पसीना बहाकर गांव-गांव और गली-गली पहुंचकर सुरेश धाकड़ को जीत दिलाने में पूरी मदद की थी लेकिन एक-एक करके यह सभी युवा दरकिनार होते गए और आज वे उस पार्टी को छोड़कर प्रदुमन वर्मा के समर्थन में आ खड़े हुए हैं ऐसा नहीं कि जातीय रूप से इस टीम में युवा आए हो बल्कि सभी जाति,वर्ग,धर्म के युवा इस टीम में शामिल थे जो प्रदुमन वर्मा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए संकल्प लेते दिखाई दिए।