SHIVPURI NEWS- JE की मौत का कारण सामने आया: जमीन समतल नही थी, क्रेन का बैलेंस बनाने के लिए 15 लोग लटके थे

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शिवपुरी।
शिवपुरी जिले के कोलारस में विद्युत सब स्टेशन पर क्रेन पलटने से उसकी चपेट में आए सहायक प्रबंधक की मौत के मामले में परिजन ने बिजली कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाते दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही एक करोड़ की आर्थिक सहायता व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने की गुहार लगाई है। इधर पुलिस ने आरोपी क्रेन चालक पर मामला दर्ज कर लिया है।

यहां बता दें कि गुरुवार को ट्रांसफार्मर बदलते समय क्रेन पलटने से उसकी चपेट में आने से सहायक प्रबंधक नरोत्तम जाटव की मौत हो गई । सहायक प्रबंधक जाटव मुरैना जिले के सबलगढ़ स्थित ग्राम सांधेर के रहने वाले थे और बिजली कंपनी में कई सालों से अपनी सेवाएं दे रहे थे।

अभी कुछ दिन पूर्व ही वह शिवपुरी से कोलारस स्थानातंरित होकर पहुंचे थे। जाटव अपने पीछे 8 साल की बेटी, डेढ़ साल का बेटा व परिवार छोड़ गए हैं। घटना के बाद से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। इधर घटना को लेकर बिजली कंपनी में भी शोक व्याप्त है।

घटना की सूचना के बाद मृतक के परिजन व रिश्तेदार कोलारस पहुंचे और मृतक के भतीजे घनश्याम जाटव ने बिजली कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि जब ट्रांसफार्मर इतना वजन का था तो क्रेन अधिक क्षमता वाली बुलाना थी।

साथ ही जिस वरिष्ठ अधिकारी की देखरेख में यह काम होना था, वह अधिकारी यहां नहीं आए, जबरन उनके चाचा को इस काम में लगाया गया। परिजन ने इस मामले में एक करोड़ की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

जमीन रही हादसे का प्रमुख कारण
बताया जा रहा है कि इस हादसे का प्रमुख कारण जमीन का समतल नही होना है। क्रेन संचालक अशोक जैन ने मीडिया को बताया कि हमने बिजली कंपनी के कर्मचारियों को बताया था कि ट्रांसफार्मर वजन अधिक है और इसके लिए क्रेन को जमने के लिए समीन समतल चाहिए जेसीबी बुलाकर इसको सही कराईये,लेकिन कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों ने नहीं सूनी और क्रेन से इतने वजनी ट्रांसफार्मर को उठवाने लगे,इस कारण यह हादसा हो गया। अगर जमीन समतल होती तो क्रेन का बैलेंस नहीं बिगड़ता और यह हादसा नहीं होता।

लाइनमैन भागीरथ जाटव ने बताया,बैलेंस बनाने को लोग लटके थे
11 टन का ट्रांसफार्मर उतारते समय क्रेन अनबैलेंस हो रही थी। ट्रांसफार्मर का वजन ज्यादा था। एक बार उठाने की कोशिश की तो पूरी क्रेन अनियंत्रित होने लगी। इसके बाद हम 15 से 20 लोग क्रेन के ऊपर चढ़ गए थे। इस बार ट्रांसफार्मर उतारते समय हादसा हा गय। जेई कुद देरी पर एई के साथ खडे थे। जैसे ही क्रेन अनबैलेंस होकर पलट गई,वे उसी के नीचे दब गए। हादसे में हम लोग भी घायल हो गए।