भोपाल। जिले की सीमा से सटे कूनो नेशनल पार्क ये 19 मई से फरार हुई मादा चीता आशा 24 दिन बाद कूनो नेशनल पार्क वापस पहुंची है। पिंजरा खोलते ही आशा ने खुले जंगल में दौड लगाई। जैसा कि विदित है कूनो नेशनल पार्क से निकलकर शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क पहुंच गई थी उसके बाद आशा ने अमोला की सव रेंज में प्रवेश करते हुए खनियाधाना के बमोरी कला रेंज का क्रॉस करते हुए अशोकनगर जिले की सीमा ईसागढ़ पहुंच गई,इस कारण पार्क प्रबंधन ने आशा का रेस्क्यू किया था।
शिवपुरी में रूकने के बाद आशा अशोकनगर पहुंच गई थी
शिवपुरी में रुकने के बाद अशोकनगर की सीमा में प्रवेश कर गई थी, जिसे रविवार की देर रात वापस कूनो लाया गया। जहां डाक्टरों की टीम ने पिंजरा खोलकर खुले जंगल में छोड़ा। पवन के बार- बार पार्क से भाग जाने की वजह से उसे बड़े बाड़े में बंद कर दिया है। पवन के बाद अब आशा बार-बार कूनो पार्क से बाहर जा रही है, इस बार तीसरी बार कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकली थी। अधिकारियों का कहना है कि अभी आशा को बाड़े में नहीं रखा जाएगा।
बाडे में बंद 6 चीतो को खुले में छोडने की तैयारी
उधर बड़े बाड़े में बंद नौ चीतों में से छह चीता को भी जल्द ही खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। लेकिन तीन चीतों को खुले जंगल में नहीं छोड़ा जाएगा। उनमें चार शावकों को जन्म देने वाली मादा ज्वाला के साथ ही सवाना शामिल है।