चंद्रेश गर्ग, ग्वालियर। आशीष मेहता और शिवांगी मेहता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल ड्रग मामले में कार्रवाई शुरू की है। ये जोड़ी, जो डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन के जरिए व्यापार की आड़ में काम कर रहे हैं, उन पर पोंजी योजनाओं को चलाने और पार्सल सेवाओं के माध्यम से ग्राहकों के एक नेटवर्क को अवैध ड्रग्स वितरण की सुविधा प्रदान करने का आरोप है।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के खनियाथाना पुलिस स्टेशन में कूरियर मैन, ठाणे निवासी नसीर खान द्वारा एक गिरफ्तारी और बाद में दर्ज कराए गए ज्ञापन के बाद जांच शुरू की गई थी। 8/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी और खान के एफआईआर में मेहता दंपति द्वारा की जा रही अवैध गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया है।
इस जोड़ी के लिए एक पूर्व भरोसेमंद कूरियर के रूप में काम कर रहे, खान के मुताबिक अनजाने में वाहन में ले जाई जा रही अवैध ड्रग्स पर वो इनसे धोखा खा गया। एक बार ड्रग्स के साथ गिरफ्तार होने के बाद, उन्हें अपनी सुरक्षा का डर था और उन्होंने तुरंत अधिकारियों को हर जानकारी की सूचना दी है।
आशीष मेहता और शिवांगी मेहता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, और गहन जांच चल रही है। गोरेगांव पूर्व के ओबेरॉय एस्क्वायर में रहने वाले दंपति को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। एक टीम जल्द ही मुंबई का दौरा करेगी। इसके लिए आधिकारिक अनुमति की मांग मध्य प्रदेश के पुलिस अधीक्षक से की गई है। वहीं खबर ये भी आ रही है इस जोड़ी के अवैध और काले कारनामे की छानबीन ईडी और इकोनोमी अपराध शाखा भी कर सकती है।
जांच टीम के एक सदस्य ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा, हम मामले को गंभीरता से आगे बढ़ाने और अवैध गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को पकड़ने के लिए महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क भी किया हैं।