BRC अंगद सिंह के आधा करोड़ के घोटाले पर बोले DM चौधरी प्लांट शिकायत हो सकती है दिखावा रहे है

Bhopal Samachar
एक्सरे ललित मुदगल @ शिवपुरी। शिवपुरी के बदरवास विकासखंड के बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर ने कंटननेंसी की राशि में आधा करोड़ का घोटाला पका दिया है। इस घोटाले की जांच पूरी हो चुकी है और कलेक्टर शिवपुरी की टेबल पर रखी फाइल आगे की कार्रवाई को प्रस्तावित है। फाइल को रखे हुए 2 माह से अधिक गुजर चुके है लेकिन कार्रवाई अभी जीरो है। इस मामले में कलेक्टर शिवपुरी रविन्द्र चौधरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है कि इस मामले में दो चीजें हो सकती है कि शिकायत प्लांटेट हो सकती है वहीं इस मामले को में दिखा रहा हूं।

यह घोटाला साइबर अपराध से जुडा है।
इस घोटाले के सीन को समझे तो यह घोटाला किसी क्राईम सीन से कम नही है। इस घोटाला साइबर क्राइम है। विकासखंड बदरवास के सरकारी स्कूलों में राज्य शिक्षा केन्द्र से एस.एम.सी. के खातों में विद्यालयों के मैनेजमेंट एवं बच्चों के शैक्षणिक स्तर को सुधारने हेतु शाला कंटीजेंसी राशि जारी की गई थी। जिसे व्यय करने का अधिकार शाला के प्रधान शिक्षक एवं एक अन्य शिक्षक को था। लेकिन बी.आर.सी.कार्यालय बदरवास के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा शिक्षकों से OTP पूछकर कंटीजेंसी राशि का चिन्हित फर्मों को भुगतान कर दिया।

इसको सरल भाषा में लिखने का प्रयास करते है इस राशि को निकालने का अधिकार केवल स्कूल के हेडमास्टर साहब को था। इस बार राज्य शिक्षा केन्द्र ने नियम को बदल दिया था इससे पूर्व शिक्षक स्वयं चेक के माध्यम से इस राशि का खर्च करता था लेकिन इस बार आनलाइन भुगतान करना था और भुगतान के समय खाते में दर्ज ओटीपी दर्ज कर भुगतान होना था,इसी नियम की जानकारी शिक्षकों को नही थी इसी बात का फायदा उठाकर डीपीसी बदरवास आफिस ने इस साइबर अपराध कर दिया।

कोलारस थाने में OTP पूछकर पैसा हड़पा मामला दर्ज
बदरवास थाने की ग्राम दीवट वाला मामला आज कल सुर्खियों में है। थोडा सा इस पर प्रकाश डालते है कि बदरवास में रहने वाले 14 आदिवासियों के खाते खुलवाए दिनेश पुत्र बाबूलाल कुशावह, दिलीप पुत्र मुकेश कुशवाह ,रामजीलाल आदिवासी नि.गण ग्राम बरोदिया थाना इंदार ने कोलारस के एक्किस बैंक में यह कहकर खाते खुलवाए थे कि इन खातों में सरकारी योजनाओं का पैसा आऐगा। इन आदिवासियों के खातों को ठगों ने प्लॉट के रूप में इस्तेमाल करते हुए आनलाइन ठगी कर ली। यह ठगी देश के कई राज्यों में लोगों से ठगों ने ओटीपी पूछा और इन आदिवासियों के खाते में राशि ट्रांसफर कर एटीएम के माध्यम से निकाल ली। इस मामले मे इन तीन कुशवाह और एक आदिवासी पर कोलारस थाने में अपराध क्रमांक 178/23 पर आईपीसी की धारा 420,34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

किसी भी व्यक्ति के अधिकार वाले खाते से छल कपट और झूठ बोलकर ओपीटी लेकर पैसा निकालना अपराध की श्रेणी मे आता है। यही अपराध बीआरसी कार्यालय ने किया है कि शिक्षकों की ओटीपी लेकर उनके अधिकार वाले खाते से पैसा ट्रांसफर किया है,ऐसा एक स्कूल के शिक्षक के साथ नही बल्कि बदरवास विकासखंड के 56 स्कूलों के शिक्षकों के साथ किया गया है। वही जिला प्रशासन ने कार्रवाई की बात बाद में करेंगे बीआरसी अंगद सिंह तोमर को बदरवास से नही हटाया,नियम अनुसार किसी भी घोटाले वाज व्यक्ति को पहले पद से हटाया जाता है फिर जांच की जाती है जिससे वह पद पर बैठकर जांच प्रभावित नही करे।

यह अपराध तो साइबर क्राइम से जुडा हुआ है इस मामले को साइबर पुलिस को देना था इस मामले की जांच के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जांच टीम बनाई गई थी। शिक्षा विभाग के अधिकारी कैसे जांच करेंगे कि किस ओटीपी का प्रयोग किस कम्प्यूटर से किया है। उसका आईपी एड्रेस क्या है। इस तरह के कई सवाल खड़े हो रहे होंगे लेकिन अंगद सिंह तोमर को क्लीन चिट देने के प्रयास में यह इन तथ्यों पर गौर ही नहीं किया है।

कलेक्टर ने कहा मामला प्लांटेट हो सकता है
सूत्रो का कहना है कि इस मामले की दो बार जांच हो चुकी है। जांच सिद्ध है,एक बार कलेक्टर चौधरी ने इस मामले से जुडे शिकायतकर्ता और बयान देने वालो की परेड स्वयं अपने सामने करवाई है। शिक्षकों के बयान अब सोशल पर वायरल भी होने लगे है। स्कूल में डांस का वीडियो वायरल होते ही शिक्षकों को सस्पेंड और शिक्षक गैरहाजिर मिलने पर वेतन काटने वाले विभाग में एक शिक्षक 50 लाख रुपए डकार गया और मामले को प्लांट बताया जा रहा है,इस मामले में शहर के एक एडवोकेट जनहित याचिका लगाने की तैयारी भी कर रहे है,आगे देखते है इस मामले में क्या होता है।