शिवपुरी। कोलारस के पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन का एक वीडियो सोशल पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पूर्व विधायक ग्वालियर के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में जो कुछ हुआ उसे हमें नहीं देखना चाहिए वह किसी उम्मीदवार के खिलाफ नहीं बल्कि चुनाव नरेंद्र मोदी के खिलाफ था। हालांकि यह समय देश के चुनाव का नही प्रदेश के चुनाव का है।
आज शहर के पीएस होटल में जैन और वैश्य समाज का सम्मेलन आयोजित किया गया था इस समाज के सम्मेलन को संबोधित किया था केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने,इसी सम्मेलन मे पूर्व विधायक देवेंद्र जैन भाजपा का गुणगान करते नजर आ रहे थे, और महाराज को गुना—शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडने का आग्रह किया लेकिन उनके छोटे भ्राता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू ने अपनी गोटिया कांग्रेस में विछाना शुरू कर दी है। गोटू आजकल कोलारस विधानसभा के भ्रमण पर है शादी समारोह के अतिरिक्त दुख दर्द मे वह कोलारस क्षेत्र के लोगों के घर जाकर मिल रहे है। कुछ ऐसे फोटो गोटू की सोशल पर वायरल हो रहे हैं।
गोटू की कांग्रेस की गोटियों की खबर शहर के सांध्य दैनिक ने भी प्रकाशित की थी यह खबर शहर के राजनीति की खबरों की फैक्ट्री और वरिष्ठ पत्रकार अशोक कोचेटा की कलम से लिखी गई थी। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कोलारस से विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते है लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने के कारण कोलारस में टिकट का मुकाबला तगड़ा हो गया है। सबसे अधिक भाजपा के टिकट के लिए कोलारस में ही मुकाबला होगा।
कोलारस के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी और पूर्व विधायक महेंद्र यादव भाजपा से टिकट के दावेदार है इसके अतिरिक्त मूल भाजपा से कई चेहरे टिकट की दावेदारी कर रह है ऐसे में जितेन्द्र जैन गोटू को भाजपा से टिकट मिलना असंभव लगा इसी कारण गोटू ने अपनी गोटिया प्रदेश कांग्रेस के नाथ कमलनाथ के यहां फिट करना शुरू कर दी इसलिए आज कल गोटू के दौरे भी कोलारस विधानसभा में अधिक हो गए है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि कोलारस के पूर्व विधायक देवेन्द्र जैन भाजपा के मंच से भाजपा का गुणगान कर रहे है वही एक और उनके छोटे भ्राता भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस में जाने का मन बना चुके है। यह भी सर्व विदित है कि देवेन्द्र जैन कोलारस से 2008 में विधायक रहे है प्रत्येक गांव में उनका अपना पर्सनल नेटवर्क और कार्यकर्ता है।
इसी नेटवर्क की दम पर ही छोटे भईया चुनाव लड़ने का मन बना रहे है। अगर ऐसा होता है कि गोटू की कांग्रेस में गोटिया फिट हो जाती है और वह चुनाव लडते है,कही ना कही पूर्व विधायक देवेंद्र जैन का नेटवर्क यूज किया जाऐगा। अब यह समझ से परे है कि एक भाई कांग्रेस मे और एक भाई भाजपा में।
फिर कांग्रेस कैसे जितेन्द्र जैन गोटू पर विश्वास करेगी या फिर भाजपा पूर्व विधायक देवेंद्र जैन पर विश्वास करेगी। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर गोटू चुनाव जीत जाते है तो हार का ठीकरा देवेन्द्र जैन पर ही पार्टी फोडेंगी,पार्टी नही तो कार्यकर्ता तो फोड ही देगें। आखिर क्या करना और क्या कहना चाहते है जैन ब्रदर्स यह सवाल सबके मन में वैसे तो जनता सब जानती है,देवेन्द्र जैन ने महाराज से गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है एक आग्रह यह भी अनुज से भी कर लेते भाईया चुनाव मत लड मत छोड़ भाजपा को ............................या फिर यह बताना और कहना चाहते है कि मेरी आस्था और श्रद्धा भाजपा में है भाई में नही है।