शिवपुरी। शिवपुरी जिले की सीमा से लगे कूनो नेशनल पार्क की सीमा को क्रॉस करती हुई मादा चीता आशा शिवपुरी जिले के माधव नेशनल पार्क की सीमा में आ चुकी है,खबर मिल रही है कि आशा प्रेग्नेंट हो सकती है इसलिए वह किसी सुरक्षित स्थान की तलाश कर रही है। आशा की रफ्तार आबारा ओबान से कम है। मादा चीता को अभी ट्रेंकुलाइज करने की योजना नही है अभी फिलहाल कुछ दिनो तक माधव नेशनल पार्क की सीमा में रह सकती है।
जानकारी के अनुसार कूनो की सीमा से पिछले 8 दिनो से बाहर घूम रही मादा चीता आशा पिछले दिनो से माधव नेशनल पार्क की सीमा है। आवारा ओबान की तुलना मे आशा थोडी शांत है उसकी चलने की रफ्तार 10 किमी प्रतिदिन है वही आवारा ओवान एक रात में 30 से 40 किलोमीटर सफर तय कर लेता था। बताया जा रहा है कि आशा ने रविवार को पार्क के उत्तरी रेंज में स्थित विनेगा आश्रम के पास एक प्राकृतिक नाले के पास लंबे समय तक बैठी रही। पिछले माह नर चीता पवन ( ओबान) भी उद्यान की सीमा में इसी रास्ते से चला आया था। वहां से गुजरता हुआ वह अमोला तक पहुंच गया था।
आशा भी उसी क्षेत्र में रही जहां पर पहले पवन पहुंचा था। कूनो के अधिकारी यह मानकर चल रहे हैं कि अभी आशा कुछ दिनों तक माधव राष्ट्रीय उद्यान में ही रहेगी क्योंकि उसे ट्रेंकुलाइज करने की योजना नहीं है। वह कूनो से करीब 50 किमी दूर आ चुकी है और वह आसानी से शिकार भी कर रही है। ऐसे में उसका स्वतः वापस लौटना भी मुश्किल लग रहा है। उसकी निगरानी में कूनो राष्ट्रीय उद्यान, वन मंडल और माधव राष्ट्रीय उद्यान की टीम जुटी हुई है।
नर चीता पवन की तुलना में आशा कम दूरी तय कर रही है और आराम अधिक कर रही है। जबकि पवन ने पांच दिन में ही 100 किमी से अधिक दूरी तय कर ली थी। उसने सुरवाया क्षेत्र में ग्रामीणों के मवेशी का भी शिकार किया था। पार्क के अधिकारियों की मानें तो आशा का स्वभाव थोड़ा शांत है और वह धीमे-धीमे आगे बढ़ रही है। फिलहाल उसने शिवपुरी- ग्वालियर फोरलेन पार नहीं की है। हालांकि यहां पर कई अंडर पास बने हैं और चीता रात में ही चलते हैं। ऐसे में यह भी संभावना है कि वह सोमवार तक फोरलेन को क्रॉस कर ले।