पोहरी। पोहरी तहसील कार्यालय में नायब नाजिर के चार्ज में 56.40 लाख रु. का गबन करने पर पटवारी के खिलाफ पोहरी थाने में अपराध पंजीबद्ध हो गया है। सूखा राहत की ऑडिट में पटवारी का गबन पकड़ा गया। राजस्व विभाग ने जांच कराई तो वेतन व अन्य मदों में भी धांधली सामने आ गई।
पोहरी तहसील के बाबू दुर्गेश भदौरिया की रिपोर्ट पर धारा 420, 409 के तहत अपराध पंजीबद्ध कराया गया है। पुलिस ने मामला विवेचना में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक 11 अप्रैल 2024 को महालेखाकार कार्यालय ग्वालियर की ऑडिट में तहसील पोहरी में राहत एंव अन्य राशि के वितरण मे अनियमितता सामने आईं।
ग्वालियर से लेटर मिलने पर कलेक्टर शिवपुरी के आदेश पर 25 अप्रैल को जांच दल गठित कर जांच शुरू की। 12 मई को जांच रिपोर्ट में साल 2017 से 2019 के बीच सूखा राहत मुआवजा व अन्य राशियों के भुगतान में अनियमितताएं सामने आ गईं। इसलिए 21 मई को पोहरी तहसील में कार्यरत प्रभारी नायब नाजीर (मूल पद पटवारी) मणिकांत जैन के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करा दिया है।