शिवपुरी। शिवपुरी के करैरा से मणिपुर की राजधानी इंफाल में मनोज नेशनल स्पोर्ट यूनिवर्सिटी में 3 साल का स्पोर्ट्स का डिप्लोमा करने गए मनोज पाल सीएम शिवराज सिंह से बात होने के बाद थोड़ा तनाव से दूर है। मनोज ने शिवपुरी समाचार को बताया कि मप्र के लगभग एक दर्जन स्टूडेंट हॉस्टल में फसे हुए है उनमें से आज दोपहर कुछ लोगो की टिकट आ गई है मेरी टिकट भी कुछ देर में आ जाएगी,ऐसा मुझे आश्वासन दिया गया है।
शिवपुरी के करैरा के रहने वाले मनोज पाल ने बताया कि हम यहां 4 तारीख से फसे हुए है। 4 मई की शाम से इंफाल के हालात बिगड़ने शुरू हो गए थे और कर्फ्यू लग गया था। शुरुआत में लगा कि एकाध दिन में सबकुछ ठीक हो जाएगा लेकिन यहां लगातार हालत बिगड रहे है और 6 मई की शाम को हमारे पास सूचना आई की हॉस्टल को उडाया जा सकता है जब से हम डरे हुए है।
3 साल का डिप्लोमा करने मणिपुर गए है मनोज
मनोज पाल के पिता पातीराम पाल आईटीबीपी में पदस्थ हैं, जो फिलहाल पंजाब में तैनात हैं। मनोज ने बताया कि उसने केंद्रीय विद्यालय करैरा से 12वीं पास किया है उसके बाद एक साल का ड्रॉप लिया और मणिपुर के इंफाल की नेशनल स्पोर्ट यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के लिए फिजिकल और रिटन एग्जाम दिया था जिसमे वह सिलेक्ट हुआ और पिछले 2 साल से वह यह रहकर पढाई कर रहा है। मनोज ने बताया कि अगले माह हमारे एक्जाम थे लेकिन हालातों के बिगड़ने के कारण हमारे एग्जाम भी कैंसल हो गए है।
सिनियर स्टूडेंट से CM साहब से हुई बात
मनोज ने बताया कि आज दोपहर मप्र के अन्य जिलों के स्टूडेंट के एयर टिकट आ गए है। मेरे सीनियर स्टूडेंट शशिभान तिवारी जो खंडवा जिले के रहने वाले है उनसे मप्र के सीएम शिवराज सिंह से बात हुई है,फोन भोपाल से ही आया था उन्होंने आश्वासन दिया है कि आज की तारीख में मप्र के सभी स्टूडेंट का रेस्क्यू कर लिया जाऐगा। मनोज ने कहा कि हमारे इंफाल से गुवाहाटी तक के एयर टिकट आएंगे उसके बाद आगे की उड़ान भरेंगेे।
असम राइफल है हॉस्टल की सुरक्षा में,पर डर लगता है
रविवार-सोमवार की दरमियानी रात असम राइफल के सैनिकों द्वारा पूरे हॉस्टल की लाइट बंद करा दी गई थी, जिससे रात भर डर का माहौल था। पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट सुविधा भी बंद है। अब मोबाइल नेटवर्क भी दिक्कत करने लगे हैं। मैं और मेरे साथ प्रदेश के फंसे अन्य छात्र बस यहां से कैसे भी निकलने की कोशिश में हैं,हमारे हॉस्टल की सुरक्षा में असम राइफल की जवान मौजूद है।
अन्य प्रदेश की सरकार ने तत्काल पहुंचाई मदद
मनोज ने बताया मध्य प्रदेश सरकार की ओर से अब तक मदद नहीं पहुंची है, जबकि उड़ीसा, झारखंड, हिमाचल और राजस्थान के छात्रों ने अपनी सरकार से मदद की गुहार रविवार की सुबह लगाई थी। शाम को उनके हाथों में गवर्मेंट द्वारा भेजा गया टिकट आ गया। वे सभी छात्र अपने घर वापस जा रहे हैं।
जनपद अध्यक्ष ने लिखा केंद्रीय मंत्री को पत्र
मणिपुर इंफाल की राजधानी में फंसे मध्य प्रदेश के 13 छात्रों को वापस लाने के लिए नरवर के जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रियंका गौरव पाल ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक पत्र लिखकर सभी छात्रों को जल्द से जल्द इंफाल से रेस्क्यू करने की अपील की है।
परिजनों में भी डर का माहौल
मनोज पाल के परिजन करैरा कस्बे में रहते हैं। मनोज के पिता आईटीबीपी में पदस्थ हैं, जो फिलहाल पंजाब में तैनात हैं। मनोज के परिजनों को मनोज की चिंता सता रही है। मनोज के बड़े भाई सुरेंद्र पाल का कहना है कि इतने दिन गुजर जाने के बाद भी मनोज सहित एमपी के अन्य छात्रों को अब तक इंफाल से रेस्क्यू नहीं किया गया है। इसके चलते उन्हें मनोज की चिंता सता रही है।
अब सबसे अंत में क्या हुआ है मणिपुर में
बुधवार (3 मई) चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) ने ‘आदिवासी एकजुटता मार्च' के दौरान यहां हिंसा भड़क उठी थी. गुरुवार 4 मई को हालात काबू से बाहर हो गए तो राज्य सरकार ने बेहद गंभीर स्थिति होने पर देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया। इसके बाद वहां ही स्थिति बेहद खराब है मणिपुर के आधा दर्जन जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस हिंसा में सैकड़ों घर जला दिए गए हैं।