SHIVPURI NEWS- भोपाल चलो आंदोलन: शिवपुरी के संविदा कर्मचारी 8 मई को करेंगे मुख्यमंत्री आवास का घेराव

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शिवपुरी।
स्वास्थ्य विभाग में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितिकरण की मांग को लेकर 18 अप्रैल 2023 से प्रदेश व्यापी हड़ताल पर हैं, लेकिन शिवपुरी जिला प्रशासन द्वारा उन्हें टेंट लगाकर शांतिपूर्ण हड़ताल करने की इजाजत भी नही दी गई है।

जबकि महज दो माह पहले शिवपुरी शहर के हृदय स्थल माधव चौक चौराहे पर विधिवत प्रशासन की अनुमति के उपरांत संविदा कर्मचारी हड़ताल कर चुके हैं। प्रशासन द्वारा टेंट लगाने की अनुमति न देने से संविदा कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। अब कर्मचारी 8 मई 2023 को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।

उल्लेखनीय है कि संविदा कर्मचारी पिछले 22 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं देते आ रहे हैं। उन्हें संविदा पर कार्य करते हुए जैसे-जैसे समय गुजरता गया नियमित किए जाने की आश बढ़ती गई। इसी बीच देश में कई राज्य सरकारों ने संविदा कर्मचारियों की नियमित भी कर दिया,परन्तु म.प्र. में वर्ष 2017 से हड़ताल का रास्ता अख्तियार करने के बाद भी सरकार इस दिशा में प्रभारी पहल करती दिखाई नहीं दे रही है।

बर्ष 2022 के अंतिम माह में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा किए गए 22 दिन के प्रदर्शन के उपरांत सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संविदा कर्मचारियों को एक माह में मांगे पूर्ण करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन तीन माह गुजर जाने के बाद भी सरकार ने जब परिणाम कारी कार्यवाही नहीं की तो संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी एक बार फिर आरपार की लड़ाई के मैदान में आ गए। पिछले दिनों एनएचएम कार्यालय का घेराव, स्वास्थ्य मंत्री एवं वित्त मंत्री के बंगलो का घेराव कर चुके संविदा कर्मचारी अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का घेराव करने की तैयारी में हैं।

इधर शिवपुरी जिले में जिला प्रशासन संविदा कर्मचारियों को हड़ताल के लिए टेंट लगाने की अनुमति तक नहीं दे रहा है। जिसे संविदा कर्मचारियों द्वारा सरकार पर प्रदर्शन एवं अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात करने का आरोप लगा रहे हैं। संविदा कर्मचारियों ने आज तात्याटोपे मैदान में बैठक का आयोजन कर 8 मई 2023 को भोपाल चलो भोपाल भरो आंदोलन की रणनीति बनाई।

सरकार संविदा कर्मचारियों का दमन करना चाहती है -संघ
संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विवेक पचौरी एवं डॉ मनोज पिप्पल ने प्रेस को बताया कि म.प्र. सरकार संविदा कर्मचारियों के पहले 22 दिन के आंदोलन एवं अब 15 दिन के जंगी आंदोलन को कुचलने के लिए दमनकारी नीति अपना रही है। जिले में सरकार ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन तक के लिए अनुमति प्रदान नहीं की है। म.प्र. सरकार के नुमाइंदे झूठे वादे करने में माहिर हो चुके हैं। इसलिए अब सीधे मुख्यमंत्री निवास करने का घेराव करने संविदा कर्मचारी 8 मई 2023 को भोपाल कूच करेंगे।