शिवपुरी। शिवपुरी के जल संकट से निपटने के लिए सिंध जलावर्धन योजना को धरातल पर उतारा था लेकिन यह योजना शिवपुरी के जल संकट को नही खत्म कर सकी। योजना में लगातार फेलियर सामने आ रहे हैं। लाइन टूटने की खबर आप लगातार पढ़ते ही रहते है लेकिन योजना में इंजीनियरों का एक ओर फेलियर सामने आया है है कि कही कही पर सड़क के एक ओर सिंध के पाइप लाइन बिछाई गई जिससे सड़क की दूसरे घरों में पानी नही मिल रहा है। सड़क के दूसरी ओर रहने वाले परिवार निजी ट्यूबवेल मालिकों को 500 रुपए प्रतिमाह भुगतान कर जलापूर्ति कर रहे हैं। ऐसे में यदि बोर की मोटर फुंक जाए तो फिर गर्मी में पानी का इंतजार और भी लंबा हो जाता है।
शिवपुरी शहर के ग्वालियर बायपास से शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी की सप्लाई की जाती है। ग्वालियर नाके से माधव चौक की तरफ आने पर बांयी ओर तो पानी की पाइप लाइन डाल दी गई, लेकिन सड़क के दूसरी ओर की पट्टी को पूरी तरह से छोड़ दिया गया। इस रोड पर स्थित बैंक कॉलोनी सहित सड़क किनारे रहने वाले परिवार निजी ट्यूबवैलों से पानी खरीदकर अपना काम चला रहे हैं। लेकिन भीषण गर्मी के दौरान जब बोर में पानी कम हो जाता है तो फिर आखिरी छोर में रहने वाले लोगों को पानी नहीं मिल पाता।
गांधी कॉलोनी के रास्ते से लाए लाइन
चूंकि सड़क के दूसरी ओर पाइप लाइन ही नहीं है, इसलिए बैंक कॉलोनी के कुछ हिस्से में गांधी कॉलोनी की तरफ से सिंध जलावर्धन की डिस्ट्रीब्यूशन लाइन को लाकर कुछ घरों में तो कनेक्शन दे दिए हैं। चूंकि दोनों कंपनियों के बीच में एक सड़क है, इसलिए गांधी पार्क पानी की टंकी से होने वाली सप्लाई को भी सड़क के दूसरी ओर रहने वाले परिवारों को कनेक्शन दे रहे हैं। जब बोर से पानी सप्लाई होता है, तो स्थानीय लोग टुल्लू पंप लगाकर बमुश्किल पानी खींच पाते हैं।
हर माह देना पड़ रहे 500 रुपए
बैंक कॉलोनी के एक हिस्से में रहने वाले चीनू ने बताया कि कॉलोनी में दो प्राइवेट बोर हैं, जिनमें से कॉलोनी के लोगों को कनेक्शन दिए गए हैं। इसके एवज में प्रतिमाह 500 रुपए का प्राइवेट जलकर देना होता है। जब बोर की मोटर आदि खराब हो जाती है तो फिर जलसंकट गहरा जाता है।
अधिकारियों की अदूरदर्शिता
नपा के अधिकारी यह भूल ही गए कि सड़क के दूसरी ओर भी परिवार निवास करते हैं और पानी की जरूरत उन्हें भी रहेगी। हमारी कॉलोनी में सिंध जलावर्धन के कनेक्शन नहीं हुए हैं, तथा यह अधिकारियों की अदूरदर्शिता है, जिसका दंश जनता को भुगतना पड़ रहा है।
अजीत भदौरिया, कांग्रेस प्रवक्ता व बैंक कॉलोनीवासी