पोहरी। पोहरी एसडीएम कार्यालय में पदस्थ पटवारी जो पिछले 9 साल से बाबू का काम देख रहे ने सरकार से आई सूखा राहत राशि में फर्जीवाड़ा कर दिया। यह फर्जी वाडा महालेखाकार कार्यालय ग्वालियर की आडिट में पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि पटवारी 'बाबू' ने सूखा राहत की पौने तीन करोड़ की राशि अपनी बीबी बच्चो और रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दी है। फिलहाल बाबू को सस्पेंड कर दिया गया है,मामले की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार पोहरी एसडीएम कार्यालय में पदस्थ पटवारी मणिकांत जैन ने 2 करोड़ 78 लाख रुपए अपनी पत्नी, बच्चे और संबंधियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर हड़प लिए। यह फर्जीवाड़ा तब खुला जब महालेखाकार कार्यालय ग्वालियर की ऑडिट में गड़बड़ी पकड़ी गई। ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आने के बाद पटवारी जैन को निलंबित कर दिया गया। पोहरी एसडीएम शिवदयाल धाकड़ का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। पटवारी मणिकांत जैन पोहरी एसडीएम कार्यालय में 9 साल से बाबू का काम संभाल रहे थे।
ऑडिट में पकड़ा फर्जी
महालेखाकार कार्यालय ग्वालियर ने ऑडिट की तो पाया गया कि सूखा राहत की राशि किसानों के बैंक खातों के बजाय दूसरे लोगों के खातों में भुगतान कर दी गई है। ऑडिट में फर्जीवाड़ा सामने आया तो महालेखाकार कार्यालय ग्वालियर ने शिवपुरी कलेक्टर को इस संबंध में पत्र भेजा। कलेक्टर ने निर्देश पर पोहरी एसडीएम शिवदयाल धाकड़ ने पटवारी मणिकांत जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर बैराड़ तहसील कार्यालय अटैच कर दिया। फर्जी भुगतान के
कर्मचारियों की एरियर व अन्य मदों में भी फर्जीवाड़ा
प्रभारी नायब नाजिर के रूप में पटवारी मणिकांत जैन ने किसानों के नाम से जारी सूखा राहत राशि अपनी पत्नी, बच्चे व सगे संबंधियों के खातों के जरिए पार कर दी। किसान सूखा राहत राशि का इंतजार करते ही रह गए। इसके अलावा पटवारी जैन द्वारा राजस्व कर्मचारियों की एरियर राशि व अन्य मदों में भी फर्जीवाड़ा किया है। मामले की विस्तृत जांच के बाद खुलासा होगा कि पटवारी ने कितना बड़ा फर्जीवाड़ा किया है।
मामले में पटवारी जैन को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया है।
ऑडिट में सूखा राहत के 2.78 करोड़ रु. कपटपूर्वक भुगतान पकड़ा गया है। इसलिए पटवारी मणिकांत जैन को निलंबित कर दिया है। नोटिस कर पटवारी से जवाब मांगा है। अन्य मदों में भी गलत भुगतान हुए हैं, जिनकी जांच करा रहे हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि कितनी राशि खुर्दबुर्द हुई है। तभी विस्तृत जानकारी मिलेगी।
शिवदयाल धाकड़, एसडीएम, अनुविभाग पोहरी