प्रदीप मोंटू तोमर @ शिवपुरी। खबर जिला अस्पताल से मिल रही है कि आज सुबह लगभग 11 बजे आदिवासी समाज के लोगों ने अस्पताल में एक लाश का पीएम कराने का विरोध किया। पुलिस की मौजूदगी में लाश को छीनकर अपने घर ले गए। आदिवासी समाज के लोगों ने अस्पताल मे स्ट्रेचर फेंक दिए,पुलिस के साथ गाली गलौच तक कर दी,महाल सराय में कदम तक ना रखने की धमकी भी दे गए। विरोध कर रहे लोगों मे आधे लोग ने शराब का सेवन किए हुए था। युवक
जानकारी के अनुसार शहर के देहात थाना क्षेत्र में महल सराय में रहने वाले भारत आदिवासी उम्र 20 की लाश उसी के कमरे में लटकी मिली थी। बताया जा रहा है मृतक भारत का पिता घर पर नही थी केवल उसकी बहन थी। उसकी बहन और पडोसी भारत को जिला अस्पताल में सुबह 7 बजे तक लेकर आए। डॉक्टरों ने भारत आदिवासी को चेक किया लेकिन उससे पहले उसकी मौत हो चुकी थी।
मोहल्ले में थी शादी-पूरा समाज था अस्पताल मे मौजूद
बताया जा रहा है कि बीते रोज महल सराय मे एक शादी थी इस कारण कई गांवों से रिश्तेदार भी आए हुए था पूरा समाज एकत्रित था। देर रात तक दारू पार्टी की गई। सुबह यह घटना घटी तो महल सराय से पूरा समाज अस्पताल में इकठ्ठा हो गया। भारत आदिवासी को जब अस्पताल लेकर पूरा का पूरा मोहल्ला पहुंचा इधर भारत को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इतना सुनते ही आदिवासी भड़क उठे नर्स और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उत्पाद मचाने लगे। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब परिजनों से कहा कि भारत का पीएम होगा तो उसका विरोध करने लगे। पुलिस को पंचनामा तक नही बनने दिया। मौके पर पहुंचे देहात थाना टीआई विकास यादव ने समझाने का प्रयास किया,लेकिन टीआई का प्रयास विफल हो गया।
स्ट्रेचर पर रखी लाश को आटो में लेकर भाग गए
बताया जा रहा है कि दारू के नशे में आदिवासी भारत की लाश को बिना पीएम कराए अस्पताल गेट तक लेकर आ गए और ऑटो में ले जाने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो गाली गलौज तक उतर स्ट्रेचर फेंक दिया और लाश को छीनकर भाग गए। इतना ही नही पुलिस को महल सराय मे नही घुसने की धमकी देकर चले गए।
इस मामले में देहात थाना टीआई विकास यादव ने कहा कि भारत आदिवासी की आत्महत्या का मामला सामने आया है,परिजन पीएम कराने को तैयार नही थे बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नही माने लाश को ले गए। मृतक का पिता नही था उसके आने का इंतजार कर रहे है। उत्पाद मचाने की कोई घटना नही हुई। सभी दारू के नशे में थे।
जब विकास यादव से सवाल किया गया,कि मामला आत्महत्या का प्रथम दृष्टया लग रहा है पीएम आवश्यक है तो टीआई यादव ने कहा कि सुसाइड केस में परिजन चाहे तो पीएम नही कराए,बस वह लिखकर दे दे,भारत का पिता आ जाएगा तो उससे लिखवा कर ले लिया जाऐगा। वही सवाल किया गया अगर यह मामला संदिग्ध है और पीएम नही होगा तो यह नियमानुसार नही होगा,इस सवाल के जवाब में कहा गया कि किसी ने इस आत्महत्या को संदिग्ध नही कहा है परिजन ही पीएम नही कराना चाहते है।