पोहरी। गरीबों को पक्का मकान बनाकर देने वाले प्रधानमंत्री योजना में जमकर लीपापोती करने की खबर मिल रही हैै पंचायत पोर्टल पर पंचायत में आवास का कार्य 100 प्रतिशत पूर्ण बताया जा रहा है लेकिन धरातल पर आवास अधूरे है।
जनपद पंचायत पोहरी के अंतर्गत आने वाली पंचायत टोड़ा में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक प्रधानमंत्री आवास योजना में पलीता लगे रहे हैं। यहां पर दखल के आवास को ही पूरा नहीं बताया गया है। टोड़ा की बांध में ज्यादातर आवासों में अभी तक आरसीसी की छत तक नहीं डाली गई है, तथा पत्थर की पटिया चढ़ाकर उन पर प्लास्टिक की तिरपाल डाल दी गई है। कुछ आवासों में तीन पिलर ही बना कर आवास को पूर्ण रूप से प्रतिबिंबित किया गया है, जबकि नियम से 6 से 8 पितरों को रहने का आवास बनाना चाहिए। जियो टैग में फोटो खिंचवाने के लिए सिर्फ आगे के 3 पिलर पर ही क्लिक किया जा रहा है। गांव के कुछ आवासों में न ही प्लास्टर किया गया है और न ही फर्श का काम पूरा किया गया है।
ग्राम पंचायत टोडा में 40 आवास थे, जिनमें से अधिकांश अभी पूर्ण नहीं हुए हैं। एक ही आवास के सामने आवास पाने वाले का नाम लिखा है, पर कुछ आवासों पर 1 लाख 30 हजार तो कुछ पर 1 लाख 35 हजार रुपये लिखे गए हैं। जबकि नियम में 1 लाख 20 हजार आवास की किस्त और लगभग 18 हजार रुपए मजदूर प्राप्त कर रहे हैं। इस प्रकार हितग्राही को लगभग 1 लाख 37 हजार की राशि प्राप्त होती है। हितग्राहियों को जानकारी ना होने के कारण पंचायत के जिम्मेदार लीपापोती कर रहे है।
तीन पिलर पर ही बना दिया घर
आवास पूरा नहीं हुआ है। मकान में 6 पिलर रहने वाले थे, लेकिन हमारे तीन पिलर पर आवास बना दिया है। हमें इसकी जानकारी नहीं है कि राशि कितनी मिलती है।
राम सिंह आदिवासी, हितग्राही
छत पर पटिया डाली जाती हैं
मेरे आवास के 4 पिलर खड़े हुए हैं जिस पर आवास बना है। छत पर पत्थर की पटिया डाली जाती है, छत्तीस दिखने वाली डालती है और हमें सही जानकारी नहीं है, जिसे कोई भी नहीं है। जैसे बन गया।
श्रीकृष्ण गुणी, हितग्राही
जांच करावाते है।
आपने जो पंचायत बनाई है उसकी जांच करने के लिए मैं पोहरी जनपद के सीईओ को निर्देश देता हूं। वो पर जांच करवाएंगे।